अजब कृषि विभाग की गजब कहानी: किसानी के ऐन वक्त पर बीज की किल्लत, किसान परेशान

कृषि विभाग में बीज का टोटा, मजबूरी में व्यापारियों के हाथ लुट रहे किसान, जिम्मेदार विभाग की अनदेखी से व्यापारी मनमानी दाम पर बिक्री कर रहे हैं बीज

अजब कृषि विभाग की गजब कहानी: किसानी के ऐन वक्त पर बीज की किल्लत, किसान परेशान

राजेंद्र पयासी-मऊगंज

खरीफ मौसम की फसल बोनी के ऐन वक्त पर कृषि विभाग में जहां अरहर मूंग तिल जैसी प्रमुख फसल का बीज आज तक नहीं पहुंचा। वही जो धान उड़द का जो बीज आया तो  अधिकतर  किसानों को पता नहीं चल पाया। नवगठित मऊगंज जिले के कृषि विभाग में बोनी के ऐन वक्त पर बीज का टोटा लगा होने से जिले के मऊगंज हनुमना नईगढ़ी विकासखंड क्षेत्रों के किसान दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। बीज न मिलने से क्षेत्र के किसानों को मजबूरी में व्यापारियों के हाथ लुटना पड़ रहा है। किसानों के पास सबसे बड़ी मुसीबत यह सामने आ रही है कि किसी भी व्यापारी द्वारा अपने दुकानों में किसी भी किस्म के बीज के गुणवत्ता की न तो गारंटी ली जा रही और ना ही निर्धारित रेट सूची नहीं लगाई गई है। 
कृषि विभाग की अनदेखी एवं आदेश के बाद भी जांच एवं कार्यवाही न होने एवं बीज का मूल्य निर्धारण न होने के कारण दुकानदार मनमानी रेट पर बीज बिक्री कर रहे हैं।

नवगठित मऊगंज जिले के किसानों के सामने सबसे बड़ी विडंबना यह है कि विभाग के उच्च अधिकारियों एवं विकासखंड स्तरीय अधिकारियों द्वारा ब्लॉक स्तर पर आज तक ना तो पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध कराया और ना ही किसानों से मनमानी लूट कर रहे बीज विक्रेताओं पर किसी प्रकार की जांच एवं कार्यवाही की गई जिसके कारण क्षेत्र का किसान व्यापारियों के हाथ खुलेआम ठगा जा रहा है। कृषि विभाग के विभागीय सूत्रों की माने तो फिलहाल कृषि कार्यालय में धान एवं उड़द जैसे अल्प मात्रा में बीज उपलब्ध हैं जो अल्प मात्रा में है जो किसानों के लिए नाकाफी साबित हो रहा है। 

किसानों ने लगाया आरोप-

कृषि विभाग में जो बीज उपलब्ध है। किसानों का आरोप है कि वह बीज सिर्फ रसूखदारों को ही मुहैया कराया जा रहा है। क्षेत्रीय किसानों की माने तो कृषि कल्याण विभाग की परंपरा सी बन गई है जब किसानों को फसल बोने का समय होता है तब विभाग द्वारा पर्याप्त मात्रा में बीज प्रदाय नहीं किया जाता और जब बोनी का समय समाप्त हो जाता है तब कृषि विभाग में बीथ पहुंचता है और वह बीच स्थानीय स्तर के कर्मचारियों तक सीमित रह जाता है। इधर समय पर बीज न मिलने से परेशान किसान 2 गुना से 3 गुना महंगे दाम पर व्यापारियों के दुकानों में बीज खरीद कर अपने खेतों की बोनी कर रहे हैं। वर्तमान खरीफ फसल बोनी का जुलाई महीना चल रहा है इस समय किसानों को बीज की अति आवश्यकता है उस समय कृषि विभाग  के जिम्मेदारों द्वारा अपनी जिम्मेदारी ना निभाये जाने से परेशान अन्नदाताओं में आक्रोश का माहौल निर्मित है। 
कृषि विभाग में बीज न मिलने और व्यापारियों द्वारा निर्धारित रेट सूची न लगाए जाने एवं मनमानी रेट पर बीज बिक्री किए जाने से परेशान किसानों ने कहा अब अति हो चुकी है यदि  विभागीय अमला हम किसानों को बीज उपलब्ध नहीं कराता और खाद बीज दुकानों में हर बीज के मूल्य निर्धारण की विभाग द्वारा रेट सूची नहीं लगवाई जाती तो मजबूरन लामबंद होकर किसान अपने अधिकार के लिए सड़कों पर उतरेंगे।

 बीज के शुद्धता कि नहीं दी जाती गारंटी

मऊगंज जिले के नईगढ़ी मऊगंज हनुमना कृषि विभाग में खरीफ मौसम की बोनी हेतु पर्याप्त बीज उपलब्ध न होने से खाद बीज विक्रेता पूर्णरूपेण मनमानी पर उतारू है। आलम यह है कि एक तो व्यापारी महंगे दाम पर  बीज की बिक्री करते हैं दूसरे किसी भी बीज के क्रेता किसान को बेची गई सामग्री का बिल नहीं देते।साथ ही व्यापारियों द्वारा बीज के शुद्धता की गारंटी नहीं ली जाती।अक्सर देखने में आता है कि व्यापारियों द्वारा बिक्री किया गया बीज घटिया स्तर का होता है इस हालत में यदि क्षेत्र का किसान व्यापारी के पास अपनी समस्या सुनाता है तो व्यापारी सीधे मुकर जाता है क्योंकि किसान के पास  बीज खरीदने का बिल नहीं होता। इस हालत में परेशान किसान ऐसे व्यापारियों की शिकायत भी नहीं कर पाता। ऐसा भी नहीं की ऐसी परेशानियों से परेशान किसानों द्वारा विभागीय आला अधिकारियों तक अपनी परेशानी नहीं सुनाई गई। बल्कि हकीकत यह है कि किसानों की समस्या विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सुनते ही नहीं है। जिससे साफ तौर से जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं व्यापारियों एवं निरीक्षण दल के खिचड़ी पक रही है और इसी प्रथा के चलते किसानों के शिकायत पर दुकानदारों को उपकृत करते हुए जिम्मेदारों द्वारा सीधे तौर से अन्नदाताओं की शिकायत को दबा दिया जाता है।

निरीक्षण के नाम पर खानापूर्ति

जिले के नईगढ़ी मऊगंज हनुमना विकास खंडों में अधिकतर विधि विरुद्ध खाद बीज की दुकानें संचालित है। जमीनी हकीकत देखी जाए तो स्थिति कुछ इस कदर है कि एक दुकान के लाइसेंस पर दुकानदार कई दुकानें संचालित कर रहे हैं। वैसे तो इन दुकानों में बिकने वाले खाद बीज के गुणवत्ता एवं उपलब्ध स्टॉक बिक्री आदि के निरीक्षण हेतु ब्लॉक से लेकर जिले स्तर में निरीक्षण दल बनाया गया है। लेकिन यह निरीक्षण दल कभी भी खाद बीज विक्रेताओं के दुकान की जांच परख नहीं करता। यदि जिम्मेदार निरीक्षण टीम द्वारा जांच की भी जाती है तो महज कागजों तक ही सीमित रह जाती है। अधिकारियों द्वारा नियमानुसार निरीक्षण ना करने से जहां शासकीय वाहन प्रयोग के नाम पर डीजल खर्च आदि का फर्जी बिल वाउचर लगाकर राशि आहरित कर ली जाती है वही बिना समय एवं मेहनत लगाए शहरों में बैठकर कर्मचारी अधिकारी शासन की योजना को पलीता लगाने में मशगूल है।

इन्होंने कहा

वर्तमान समय में जिले के सभी विकास खण्डों में धान एवं उड़द का बीच उपलब्ध है। मूंग अरहर तिल एवं अन्य बीज अभी नहीं आया है। बीज आने के बाद किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। 

रवि सिंह बघेल
एसडीओ कृषि मऊगंज