BIG BEAUTIFUL BILL: जानें अमेरिकी नागरिकों को क्या मिलेगा और भारत को क्या खोना पड़ेगा
3 जुलाई को अमेरिका के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में बिग ब्यूटीफुल बिल पास हो गया। बता दें कि ये वही बिल है जिसने मस्क और ट्रम्प के बीच दूरी बनाई। बिल को लेकर 432 लोगों ने वोट डाले, जिसमें बिल के सपोर्ट में 218 और विरोध में 214 वोट डाले गए। दो दिन पहले ही ये बिल अमेरिका के ऊपरी सदन यानी कि सीनेट में पास हुआ था। जानेंगे कि आखिर ट्रम्प का बिग ब्यूटीफुल बिल है क्या? इसके आने से अमेरिका में क्या-क्या बदलाव होंगे, साथ ही भारत का इस पर क्या असर पड़ेगा?

3 जुलाई को अमेरिका के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में बिग ब्यूटीफुल बिल पास हो गया। बता दें कि ये वही बिल है जिसने मस्क और ट्रम्प के बीच दूरी बनाई। बिल को लेकर 432 लोगों ने वोट डाले, जिसमें बिल के सपोर्ट में 218 और विरोध में 214 वोट डाले गए। दो दिन पहले ही ये बिल अमेरिका के ऊपरी सदन यानी कि सीनेट में पास हुआ था और अब अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द ही ट्रम्प इसे कानून बनाने वाले हैं। हालाँकि, अगर ये बिल कानून बन जाता है तो भारत को इससे बड़ा नुकसान हो सकता है। जानेंगे कि आखिर ट्रम्प का बिग ब्यूटीफुल बिल है क्या? इसके आने से अमेरिका में क्या-क्या बदलाव होंगे, साथ ही भारत का इस पर क्या असर पड़ेगा?
ट्रम्प जब सत्ता में आए भी नहीं थे तो उन्होंने अपनी जनता से कुछ वादे किए थे। ये वादे इतने बड़े और ज्यादा थे कि सत्ता में आने के बाद विपक्षी और लोग उनका मजाक उड़ाने लगे कि जो वादे आपने किए थे वो पूरे होंगे या नहीं। लेकिन किसे पता था कि जिद्दी ट्रम्प पीछे हटने वालों में से नहीं हैं। ट्रम्प ने उन सभी वादों की लिस्ट बनाई और एक पेपर पर उतार दी और नाम दे दिया बिग ब्यूटीफुल बिल। इस बिल में वो सभी चीजें शामिल की गईं जो कभी ट्रम्प ने वादे किए थे। चलिए जानते हैं कि इस बिल में क्या कुछ है?
इस बिल में सबसे अच्छी चीज जो अमेरिका के नागरिकों के लिए है, वो है टैक्स में कटौती। जैसे जो लोग जॉब करते हैं उन पर इंडिविजुअल टैक्स में कटौती की गई है। पहले 15 हजार डॉलर इनकम पर टैक्स कटता था, लेकिन अब 16 हजार डॉलर पर टैक्स कटेगा, यानि कि ट्रम्प ने टैक्स के स्लैब को थोड़ा बढ़ा दिया है। इसके अलावा चाइल्ड टैक्स क्रेडिट में 500 डॉलर की छूट दी गई है, यानि अगर आपके घर में बच्चा है तो इनकम में आपको 500 डॉलर की टैक्स से राहत दी जाएगी। इसके साथ ही अगर आपके पास संपत्ति (एस्टेट) है तो उस पर भी आपको टैक्स में छूट दी जाएगी। इसके अलावा अमीरों के लिए भी थोड़ी राहत दी गई है, यानि 50 हजार डॉलर तक आप पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। न्यूबॉर्न बेबी के अकाउंट में सरकार 1000 डॉलर डालेगी।
इसके अलावा मेडिकेड को लेकर भी चेंजेस किए गए हैं। मेडिकेड एक प्रोग्राम है जो अमेरिका के नागरिकों के लिए चलाया जाता है। इसके तहत जो नागरिक सरकार को टैक्स पे करते हैं, उनके बीमार होने पर सरकार उनका इलाज करवाती है। लेकिन इस नए बिल के तहत मेडिकेड प्रोग्राम का बजट कम कर दिया गया है। इसके तहत सिर्फ वही लोग मेडिकेड का लाभ ले पाएंगे जो महीने में 80 घंटे काम करेंगे। ट्रम्प का कहना है कि अगर नागरिकों को सरकारी सुविधाओं का लाभ लेना है तो काम तो करना पड़ेगा। सरकार इस बिल के तहत गन और साइलेंसर पर से भी टैक्स हटा रही है।
अमेरिका में प्रवासियों की समस्या भी काफी आम है। इसके लिए सरकार मेक्सिको बॉर्डर पर पुलिस की तैनाती बढ़ाएगी, क्योंकि ज्यादातर माइग्रेंट्स मेक्सिको से ही आते हैं। और अगर ये प्रवासी लोग फिर भी आते हैं तो इन पर 1000 डॉलर जुर्माना लिया जाएगा, साथ ही अलग-अलग देशों से आए इललीगल माइग्रेंट्स को वापस भेजा जाएगा। इसके साथ ही ये बिल आर्मी और डिफेंस सिस्टम को और मजबूत करने के लिए भी फंड देगा।
भारत को क्या नुकसान होगा?
जिस चीज से भारत को नुकसान हो सकता है वो है रेमिटेंस। इसके तहत अगर कोई भी नागरिक जो अमेरिका का न हो और अमेरिका में रहकर कमाता हो और अपने देश पैसे भेजता हो, तो उस पर अमेरिका 5% की कटौती करेगा। ऐसे बहुत से लोग हैं जो भारत से अमेरिका कमाने के लिए जाते हैं और अपनी फैमिली के लिए पैसे भेजते हैं। लेकिन इस नए बिल से हर ट्रांजैक्शन पर अमेरिका 5% की कटौती करेगा। वर्तमान की बात करें तो फिलहाल भारत के लगभग 45 लाख लोग अमेरिका में रहते हैं। पिछले साल की बात करें तो भारत ने अमेरिका से कुल 32 अरब डॉलर का रेमिटेंस प्राप्त किया था। बता दें कि भारत दुनिया में सबसे ज्यादा रेमिटेंस प्राप्त करने वाला देश है और अगर अमेरिका ये बिल लागू करता है तो इससे भारत को काफी नुकसान होगा।
इस तरह देखा जाए तो ये बिल अमेरिका के लोगों को भले ही टैक्स से छूट देता है, लेकिन अपने टैक्स की भरपाई वो इनडायरेक्टली भारत और दूसरे देशों से करने का प्लान बना रहा है।