Indore News: इंदौर में फर्जी डिजिटल अरेस्ट की कोशिश नाकाम, जागरूकता से साइबर ठगी से बचा कारोबारी परिवार

इंदौर में साइबर ठगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर एक फाइनेंस कारोबारी की पत्नी को कॉल कर "डिजिटल अरेस्ट" करने की धमकी दी.

Indore News: इंदौर में फर्जी डिजिटल अरेस्ट की कोशिश नाकाम, जागरूकता से साइबर ठगी से बचा कारोबारी परिवार
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Indore crime news: इंदौर में साइबर ठगों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर एक फाइनेंस कारोबारी की पत्नी को कॉल कर "डिजिटल अरेस्ट" करने की धमकी दी. लेकिन, महिला की सूझबूझ से आरोपी अपने मनसूबों में कामयब नहीं हुए. 

पूरा मामला क्या है

घटना इंदौर के कनाडिया क्षेत्र की है.  जहां, फाइनेंस कारोबारी संदीप सिंह सूद अपनी पत्नी मोनिका सूद के साथ रहते हैं. मोनिका को साइबर अपराधियों ने कॉल किया और खुद को ट्राई का अधिकारी बताया. और धमकी दी. ठगों ने कहा कि उनके खिलाफ में 24 सिविल और क्रिमिनल अपराध दर्ज हैं. ये कहते हुए ठगो ने कॉल को एक "पुलिस अधिकारी" के पास ट्रांसफर कर दिया. जिसने खुद को एडिशनल डीसीपी बताकर महिला से बातचीत शुरू की. 

शुरुआत में महिला को कॉल असली लगा, लेकिन शक होने पर उन्होंने तुरंत अपने पति को सूचना दी. संदीप सूद उस समय पूजा कर रहे थे, लेकिन स्थिति की गंभीरता को समझते हुए उन्होंने एक फोन से ठगों से बात जारी रखी और दूसरे फोन से एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया से संपर्क किया.

वीडियो कॉल पर किया गया फर्जीवाड़ा:

इस दौरान साइबर ठगों ने एक वीडियो कॉल भी किया, जिसमें उन्होंने पुलिस की वर्दी में होने का दिखावा करते हुए "डिजिटल अरेस्ट" की कार्रवाई दिखाने की कोशिश की. लेकिन, जैसे ही उन्हें सूझा कि पुलिस से सीधे संपर्क किया जा रहा है, उन्होंने तुरंत कॉल कट कर दिया. 

पुलिस कर रही मामले की जांच 

एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया खुद 15 मिनट के अंदर सूद परिवार के घर पहुंच गए. और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी. उन्होंने, बताया कि यह एक साइबर क्राइम का नया ट्रेंड है, जिसमें ठग लोगों को डिजिटल गिरफ्तारी के नाम पर डराकर पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं.