भारत के बाद यूरोपीय देशों ने अमेरिका को डाक भेजना रोका
भारत ने 25 अगस्त से अमेरिका के लिए अस्थायी रूप से डाक सेवाएं बंद कर दीं।

23 अगस्त को भारत ने अमेरिका के लिए अस्थायी रूप से डाक सेवा बंद कर दी थी। भारत ने अमेरिका की ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाएं 25 अगस्त से बंद करने का निर्णय लिया था, जिसके बाद अब दूसरे देशों ने भी अमेरिका के साथ डाक सेवा बंद कर दी है। कई यूरोपीय देशों जैसे इटली, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया जैसे देशों ने भारत के बाद ये फैसला लिया है।
India's postal department announced a temporary suspension of all postal services to the United States from Aug. 25, citing changes in U.S. customs rules that will come into effect later this month https://t.co/sPfkhycWcN pic.twitter.com/R37Ymqe7de
— China Xinhua News (@XHNews) August 24, 2025
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ट्रंप के टैरिफ से परेशान देश
डाक सेवा बंद करने का सबसे बड़ा कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ नियम हैं। जब से ट्रंप सत्ता में आए हैं, उनकी ऊटपटांग नीतियों ने न सिर्फ भारत को बल्कि कई देशों को परेशान कर रखा है। 30 जुलाई को ट्रंप ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि 800 डॉलर तक के सामान पर मिलने वाली टैरिफ छूट को समाप्त कर दिया जाएगा।
हालांकि यूरोपियन डाक संगठन पोस्ट यूरोप और दूसरे डाक विभागों के अनुसार अब तक इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है, इसलिए सभी देशों ने डाक से सामान भेजने की सेवाएं रोकने का फैसला लिया है।
India Suspends Postal Services To US
— Odishalinks (@odisha_links) August 23, 2025
???? Effective August 25, 2025, India Post halts most mail to the U.S.
???? Move in response to new U.S. customs rules & tariff hikes
???? Exemptions: letters, documents & gifts under $100
???? Refunds available for already booked consignments
????… pic.twitter.com/5AMjRBDvRJ
भारत के संचार मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका की टैरिफ लागू करने और वसूलने की प्रक्रिया साफ नहीं है। इसलिए भारत ने अमेरिका में डाक सेवा अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला लिया है।