भारत के बाद यूरोपीय देशों ने अमेरिका को डाक भेजना रोका

भारत ने 25 अगस्त से अमेरिका के लिए अस्थायी रूप से डाक सेवाएं बंद कर दीं।

भारत के बाद यूरोपीय देशों ने अमेरिका को डाक भेजना रोका

23 अगस्त को भारत ने अमेरिका के लिए अस्थायी रूप से डाक सेवा बंद कर दी थी। भारत ने अमेरिका की ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाएं 25 अगस्त से बंद करने का निर्णय लिया था, जिसके बाद अब दूसरे देशों ने भी अमेरिका के साथ डाक सेवा बंद कर दी है। कई यूरोपीय देशों जैसे इटली, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया जैसे देशों ने भारत के बाद ये फैसला लिया है।

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ट्रंप के टैरिफ से परेशान देश

डाक सेवा बंद करने का सबसे बड़ा कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ नियम हैं। जब से ट्रंप सत्ता में आए हैं, उनकी ऊटपटांग नीतियों ने न सिर्फ भारत को बल्कि कई देशों को परेशान कर रखा है। 30 जुलाई को ट्रंप ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि 800 डॉलर तक के सामान पर मिलने वाली टैरिफ छूट को समाप्त कर दिया जाएगा।

हालांकि यूरोपियन डाक संगठन पोस्ट यूरोप और दूसरे डाक विभागों के अनुसार अब तक इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है, इसलिए सभी देशों ने डाक से सामान भेजने की सेवाएं रोकने का फैसला लिया है।

भारत के संचार मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका की टैरिफ लागू करने और वसूलने की प्रक्रिया साफ नहीं है। इसलिए भारत ने अमेरिका में डाक सेवा अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला लिया है।