ग्वालियर से श्योपुर मेमू ट्रेन दौडने को तैयार, श्योपुर से ग्वालियर और कोटा होगा कनेक्ट
निकट भविष्य में श्योपुर से गुजरने वाली रेलवे लाइन से इस पूरे इलाके का सीन बदल जाएगा। ग्वालियर से श्योपुर रेलवे लाइन का काम बहुत तेजी से चल रहा है। श्योपुर से कोटा रेलवे लाइन का काम भी जारी है। उम्मीद है कि बहुत जल्द ग्वालियर से मुरैना होते हुए सबलगढ़ तक जाने वाले रेल यात्रियों को बड़ी सौगात मिलेगी। इस रूट पर अगले माह मेमू ट्रेन दौडऩे की संभावना है।

अब मप्र से फर्राटा भरकर राजस्थान तक दौड़ेगी मेमू ट्रेन
निकट भविष्य में श्योपुर से गुजरने वाली रेलवे लाइन से इस पूरे इलाके का सीन बदल जाएगा। ग्वालियर से श्योपुर रेलवे लाइन का काम बहुत तेजी से चल रहा है। श्योपुर से कोटा रेलवे लाइन का काम भी जारी है। उम्मीद है कि बहुत जल्द ग्वालियर से मुरैना होते हुए सबलगढ़ तक जाने वाले रेल यात्रियों को बड़ी सौगात मिलेगी। इस रूट पर अगले माह मेमू ट्रेन दौडऩे की संभावना है।
साल 1904 में ग्वालियर से श्योपुर के बीच पहली ट्रेन की शुरुआत हुई थी, तब नैरोगेज लाइन पर ट्रेन शुरू हुई थी। ये ट्रेन ग्वालियर ग्वालियर से जौरा फिर सबलगढ़ तक दौड़ी। इसके बाद इस नैरोगेज लाइन को वीरपुर और फिर श्योपुर तक बढ़ाया गया। इसके बाद 2020 तक इस नैरोगेज लाइन पर प्रतिदिन ट्रेन का आवागमन रहा। हज़ारों यात्री छोटी ट्रेन पर सफऱ करते रहे। क्योंकि इस रूट पर यही अकेली ट्रेन थी। फिर इस लाइन पर ट्रेन का संचालन बंद कर दिया गया। सालभर पहले नैरोगेज ट्रैक को ख़त्म कर ब्रॉडगेज रेल लाइन की स्वीकृत दी गई।
आखिरी चरण में वीरपुर तक होगा काम: उत्तर मध्य रेलवे द्वारा करीब 3 हज़ार करोड़ रुपये की लागत से ग्वालियर-श्योपुर ब्रॉडगेज रेल परियोजना पर काम किया जा रहा है। जौरा तक ट्रैक बिछाने के साथ ही विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। अब अगस्त माह तक सबलगढ़ और वीरपुर तक ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो जाएगा। इस काम के साथ ही रेलवे द्वारा ग्वालियर से सबलगढ़ तक मेमू ट्रेन चलाने की भी तैयारी की जा रही है।
एक साल बढ़ानी पड़ी काम की डेडलाइन
झांसी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह का कहना है कि श्योपुर-ग्वालियर रेलवे ट्रैक पर तेज़ी से काम किया जा रहा है। वीरपुर तक का काम अंतिम चरण में है। इसके बाद श्योपुर तक काम पूरा किया जाएगा, जिसके लिए पहले दिसंबर 2025 तक की समय सीमा थी लेकिन अब इसे एक साल के लिए एक्सटेंड कर दिया गया है। दिसंबर 2026 तक 200 किलोमीटर लंबी ब्रॉडगेज रेल लाइन पूरी तरह तैयार हो जाएगी।
किराया भी कम और सफर भी जल्द होगा: रेलवे ने अगस्त में सबलगढ़ तक मेमू ट्रेन चलाने का दावा किया है। इसका फायदा हजारों यात्रियों को होगा. क्योंकि वर्तमान में मुरैना से सबलगढ़ तक 70 किलोमीटर का सफर तय करने के लिए 70 रुपये किराया देना पड़ता है। नई ट्रेन चलने पर किराया कम होगा ही. साथ ही सफर में लगने वाले समय में भी कमी आएगी।
ग्वालियर-श्योपुर के बीच 10 नए स्टेशन: ग्वालियर-श्योपुर ब्रॉडगेज रेल लाइन का काम पूरा होने के साथ ही यहां ट्रेनों का आवागमन बढ़ेगा, श्योपुर से कोटा की भी कनेक्टिविटी हो जाएगी। इसके साथ ही इस रूट पर करीब 8 नए रेलवे स्टेशन शुरू होंगे। जिनमे वीरपुर, श्यामपुर, इकडोरी, गिरधपुर और श्योपुर रेलवे स्टेशन होंगे।
श्योपुर और कोटा के बीच ये हैं 10 रेलवे स्टेशन: कोटा और श्योपुर के बीच कुल 10 स्टेशन बनेंगे। इनमें से 3 मध्यप्रदेश तो 7 स्टेशन राजस्थान की सीमा में होंगे। श्योपुर जिले में कानपुर, खेड़ा और पीपल्दा में स्टेशन बनेंगे तो राजस्थान के कोटा जिले में गणेशगंज, बड़ोद, सुल्तानपुर, उम्मेदपुरा, दीगोद सहित एक अन्य स्टेशन तैयार किया जाएगा।