RCB अधिकारी गिरफ्तार, DNA एंटरटेनमेंट के तीन अधिकारी हिरासत में

बेंगलुरु भगदड़ मामले में RCB के सीनियर मार्केटिंग ऑफिसर निखिल सोसाले को एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है, जो मुंबई भागने की कोशिश में था। DNA एंटरटेनमेंट कंपनी के तीन अधिकारियों को भी हिरासत में लिया गया है, जबकि KSCA के दो अधिकारी फरार हैं। इससे पहले CM सिद्धारमैया ने 8 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर, सीमंत कुमार सिंह को नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया था।

RCB अधिकारी गिरफ्तार, DNA एंटरटेनमेंट के तीन अधिकारी हिरासत में

3 जून 2025 को आरसीबी ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर अपना पहला आईपीएल खिताब जीता। आरसीबी फैन्स और विराट कोहली के फैन्स ने जमकर जश्न मनाया। लेकिन अगले ही दिन यह जश्न मातम में बदल गया। 4 जून की शाम बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में आईपीएल जीत का जश्न देखने आए फैन्स के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए।

इस घटना के बाद से बीजेपी लगातार कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग कर रही है। आइए जानते हैं कि भगदड़ की शुरुआत कैसे हुई और इसके पीछे की क्या वजह है।

भगदड़ की शुरुआत

3 जून की रात करीब 11 बजे आरसीबी ने पंजाब किंग्स को हराकर आईपीएल की ट्रॉफी जीती। जिसके बाद जीत का जश्न मनाने के लिए 4 जून की सुबह आरसीबी टीम मैनेजमेंट ने विक्ट्री परेड निकालने का ऐलान किया। यह परेड विधानसभा से शुरू होकर चिन्नास्वामी स्टेडियम तक जाने वाली थी। हालांकि, सुबह 11:56 बजे बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस ने घोषणा की कि विक्ट्री परेड नहीं निकाली जाएगी। इसके बजाय, शाम 5 बजे से 6 बजे तक चिन्नास्वामी स्टेडियम में ही एक सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें सिर्फ उन्हीं लोगों की एंट्री थी जिनके पास इवेंट के पास थे।

भीड़ और भगदड़

विक्ट्री परेड कैंसिल होने के बावजूद आरसीबी फैन्स सुबह से ही खिलाड़ियों को देखने के लिए निकल पड़े। आरसीबी की टीम के विधानसभा पहुंचने से पहले ही आसपास करीब एक लाख लोग इकट्ठे हो गए थे। ये लोग पेड़ों पर, दीवारों पर, यहां तक कि कर्नाटक हाईकोर्ट की बिल्डिंग पर भी चढ़ने लगे। इतना ही नहीं, 3 बजे तक चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भी हजारों की संख्या में भीड़ इकट्ठा होने लगी। 4:45 बजे तक स्टेडियम के बाहर भीड़ एक लाख के पार हो चुकी थी। जानकारी के लिए बता दें कि स्टेडियम की क्षमता 35 से 40 हजार लोगों की है, लेकिन आरसीबी को देखने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ इकट्ठा होने लगी।

जिम्मेदारी और सवाल

कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया का कहना है कि आरसीबी की टीम विधानसभा पहुंची, तब बाहर एक लाख लोग थे। उसी वक्त चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मची, जहां 3 लाख लोग जमा थे। हमें इतनी भीड़ की उम्मीद नहीं थी और हम इसके लिए तैयार नहीं थे।

बेंगलुरु सेंट्रल के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस शेखर एच. टेकान्नावर का कहना है कि हम भीड़ का अंदाजा नहीं लगा पाए और न ही ट्रैफिक का। इस तरह देखा जाए तो प्रशासन की गलती तो है और यह साफ देखी भी जा सकती है।

लेकिन सवाल है कि क्या भगदड़ में फंसे लोगों की कोई गलती नहीं है? क्या सिविक सेंस नाम की कोई चीज नहीं होती? महाकुम्भ की ही बात करें तो वहां भी भगदड़ में कई लोगों की जान गई थी। लेकिन क्या हमेशा गलती प्रशासन की होती है?

इस भगदड़ में अब तक 11 लोगों की मौत की खबर मिली है और आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। लेकिन यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि अगर कोई स्थिति ऐसी लगती है जिससे भगदड़ हो सकती है या हालत बिगड़ सकते हैं, तो ऐसी जगहों से दूरी बनाएं। किसी की एक झलक या श्रद्धा के चक्कर में अपनी जान से खिलवाड़ न करें।

बेंगलुरु भगदड़ मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के सीनियर मार्केटिंग ऑफिसर निखिल सोसाले को एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, निखिल मुंबई भागने की फिराक में था।

RCB के मार्केटिंग हेड निखिल सोसाले सहित DNA एंटरटेनमेंट के तीन अधिकारी हिरासत में

इसके अलावा, क्यूब्बन पार्क थाना पुलिस ने कार्यक्रम आयोजन में शामिल DNA एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के तीन अधिकारियों – किरण, सुमंथ और सुनील मैथ्यू को हिरासत में लिया है। इनसे ACP प्रकाश द्वारा पूछताछ की जा रही है।

वहीं, कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) से जुड़े दो वरिष्ठ अधिकारी – सचिव शंकर और कोषाध्यक्ष जयराम फिलहाल फरार हैं। पुलिस का कहना है कि ये दोनों अपने घरों पर नहीं मिले और उन्हें पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

इससे पहले, भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कड़ी कार्रवाई करते हुए बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद समेत 8 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। उनकी जगह अब IPS अधिकारी सीमंत कुमार सिंह को नया पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है।