शुभांशु शुक्ला Axiom मिशन-4 के तहत अंतरिक्ष के लिए रवाना, कहा - "व्हाट ए राइड!"

भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने 25 जून को एक्सियम मिशन-4 के तहत अंतरिक्ष की ओर सफल उड़ान भरी। यह मिशन 6 बार टलने के बाद नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च हुआ। अंतरिक्ष में पहुंचते ही शुभांशु ने गर्व से कहा, "व्हाट ए राइड, मेरे कंधे पर लगा तिरंगा बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूं।"

शुभांशु शुक्ला Axiom मिशन-4 के तहत अंतरिक्ष के लिए रवाना, कहा - "व्हाट ए राइड!"

भारत के लिए गर्व का क्षण उस समय सामने आया जब भारतीय मूल के एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने Axiom मिशन-4 के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की ओर उड़ान भरी। शुभांशु ने नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा से भारतीय समयानुसार दोपहर 12:00 बजे अंतरिक्ष की ओर कदम बढ़ाया।

यह मिशन विशेष इसलिए भी रहा क्योंकि तकनीकी कारणों से यह पिछले छह बार टल चुका था। लेकिन आज जब स्पेसएक्स का फाल्कन-9 रॉकेट सफलतापूर्वक लॉन्च हुआ और उस पर सवार ड्रैगन कैप्सूल ने चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरी, तो न केवल भारत बल्कि दुनियाभर में विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया।

"मेरे कंधे पर लगा तिरंगा, आप सभी का प्रतिनिधित्व करता है"

स्पेस में पहुंचते ही शुभांशु शुक्ला का पहला संदेश भावुक करने वाला था।

उनके इस संदेश ने लाखों भारतीयों के दिलों को छू लिया।

परिवार ने जताई खुशी, माता-पिता हुए भावुक

शुभांशु की इस कामयाबी पर उनके माता-पिता आशा शुक्ला और शंभु दयाल शुक्ला भावुक हो उठे। बेटे को अंतरिक्ष में उड़ान भरते देख उन्होंने तालियां बजाकर अपनी खुशी जताई। परिवार ने शुभांशु की इस ऐतिहासिक उपलब्धि को न सिर्फ गर्व का विषय बताया, बल्कि उन तमाम भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा भी कहा जो विज्ञान, तकनीक और अंतरिक्ष के क्षेत्र में भविष्य देख रहे हैं।

अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ेगा 26 जून को

स्पेसएक्स का यह ड्रैगन कैप्सूल अब 28.5 घंटे की यात्रा के बाद 26 जून की शाम 4:30 बजे (भारतीय समयानुसार) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से जुड़ेगा। इस दौरान एस्ट्रोनॉट्स कई वैज्ञानिक प्रयोगों, तकनीकी परीक्षणों और इंटरनेशनल सहयोग मिशनों का हिस्सा बनेंगे।