मई में मानसून की दस्तक या खतरे की घंटी? जानिए पूरा मौसम अपडेट
बढ़ती गर्मी के बीच मई महीने में आंधी-तूफान और बारिश का दौर कई राज्यों में कहर बनकर टूट रहा है। मौसम विभाग ने गोवा, गुजरात, राजस्थान समेत कई इलाकों में रेड और येलो अलर्ट जारी किया है। प्री-मानसून गतिविधियों और समुद्र में बने कम दबाव के कारण देशभर में मौसम तेजी से करवट ले रहा है।

कई राज्यों में बारिश को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है तो वहीं कुछ राज्यों में लू को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. बीते कुछ दिनों से मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल रहे है. बात करें उत्तरप्रदेश की तो बीते दिनों आंधी की वजह से 60 लोगों की मौत दर्ज की गयी है. दिल्ली में भी कुछ दिनों तक बारिश के बाद फ़िलहाल तापमान सामान्य है. इस बीच कुछ लोगों के मन में सवाल है की मई महीने में आंधी तूफ़ान किसी खतरनाक आपदा का तो संकेत नहीं. तो चलिए जानते है की मई महीने में मौसम में इतने बदलाव क्यों देखने को मिल रहे है.
मई में आंधी आने की वजह
मई गर्मियों का महिना है जो भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है. इस वक्त तापमान बोहोत ज्यादा रहता है जिससे जमीन जल्दी गर्म हो जाती है। गर्म सतह से हवा ऊपर उठती है और ऊपर जाकर ठंडी होकर बादल बनाती है इससे अस्थिर वातावरण बनता है जो आंधी-तूफ़ान और बारिश को जन्म देता है।
इसके साथ ही ये वो समय होता है जब प्री-मानसून एक्टिव होता है. मई के अंत तक दक्षिण-पश्चिम मानसून भारत की ओर बढ़ने लगता है। ये एक्टिविटी खासकर दक्षिण भारत, पश्चिमी घाट, पूर्वोत्तर और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में देखी जाती है। आंधी तूफ़ान का मुख्य कारण लो प्रेशर सिस्टम (low pressure system) होता है. मई में समुद्र की सतह का तापमान बढ़ जाता है जिससे लो प्रेशर सिस्टम एक्टिवेट हो जाता है. और इसी की वजह से कई क्षेत्रों में चक्रवात, तूफान या तेज बारिश होती है.
इस तरह देखा जाये तो मई में आंधी आना कोई नई बात नहीं है. हाँ लेकिन इस साल आंधी का ये दौर ज्यादा समय तक रह सकता है. ऐसे में आंधी या तूफ़ान किसी भी आपदा का संकेत नहीं है.
अगले 24 घंटों में मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग की चेतावनी और अपडेट पर नजर बनाए रखें। आंधी-तूफान के दौरान बिजली के खंभों, पेड़ों और खुले मैदानों से दूर रहें। लू से बचने के लिए धूप में बाहर निकलने से बचें, खूब पानी पिएं और शरीर को ढककर रखें। मछुआरे और किसान मौसम के अनुसार अपनी योजना बनाएं। जरूरी न हो तो खराब मौसम के दौरान सफर टालें और घर में सुरक्षित रहें।