मीडिएशन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन एवं विधिक साक्षरता शिविर संपन्न
मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर रीवा में मीडिएशन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें आपसी समझौते से विवाद समाधान की प्रक्रिया और इसके फायदे बताए गए। कार्यक्रम में न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और विधि छात्रों ने हिस्सा लिया और मीडिएशन के महत्व पर विचार साझा किए। इसका उद्देश्य न्यायालयों में मुकदमों की संख्या कम करना और समाज में समरसता बढ़ाना है।

रीवा । मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश मोहन प्रधान के मार्गदर्शन एवं सुधीर सिंह राठौड़ जिला न्यायाधीश के मुख्य आतिथ्य में ए.डी.आर भवन में मीडिएशन जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।श्री राठौड़ ने इस अवसर पर कहा कि मीडिएशन में आपसी समझौते के माध्यम से मामलों का निराकरण होता है जिससे त्वरित गति से मामलों के निराकरण से न्यायालय में लंबित मुकदमों की सख्या घटती है वही दूसरी और दोनों पक्षों में संबंधो में मीठास उत्पन्न होती है और समाज में समरसता का वातावरण बनता है।
जिला विधिक सहायता अधिकारी अभय कुमार मिश्रा ने मीडिएशन एवं लोक अदालत के विषय मे जानकारी देते हुये बताया कि मीडिएशन एवं लोक अदालत दोनों ही विवाद के निपटारों का वैकल्पिक समाधान है और इनमें कोई व्यय नही होता और विवाद का निपटारा आपसी समझौते से जल्दी हो जाता है। प्रशिक्षित अधिवक्ता मध्यस्थ्य राकेश मिश्रा, शिवकुमार तिवारी, अजीत सिंह, संजय निगम, दुर्गश निगम, रेवाशंकर अवस्थी, उमेश सिंह, ने भी अपने विचार व्यक्त किये। विधि छात्रा मुस्कान सिंह राठौड़ ने प्राचीनकाल में मीडिएशन के उदाहरण प्रस्तुत किये। कार्यकम का संचालन सुश्री राजश्री सिंह एवं आभार पुरुषोत्तम पाठक ने किया। इस अवसर पर लीगल एड डिफेन्स कोन्सिल के सुरेन्द्र सिंह, आनंद पाण्डेय, मंजूर अहमद अंसारी, श्रीमती आरती तिवारी, अनीश पाण्डेय एवं अधिवक्ता उमेश बहादुर सिंह, रामकृष्ण गौतम, दीपक गुप्ता, पैरालीगल वालेंटियर्स उमा सौंधिया, प्राची सिंह, साविर असलम, सुमित सिह, विधि छात्र राहुल सोनी उपस्थित रहे।