जीडीसी में कॉमर्स ग्रुप के छात्राओं को थमाया गया ह्यूमन राइट्स का पेपर

रीवा के शासकीय कन्या महाविद्यालय में बी.कॉम की छात्राओं को उनके पाठ्यक्रम से बाहर का प्रश्नपत्र दे दिया गया, जिससे परीक्षा का बहिष्कार हुआ। छात्राओं ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सही विषय की परीक्षा कराने की मांग की। प्रशासन ने गलती स्वीकार करते हुए परीक्षा दो जून को कराने का आश्वासन दिया है, लेकिन छात्राओं में असंतोष जारी है।

जीडीसी में कॉमर्स ग्रुप के छात्राओं को थमाया गया ह्यूमन राइट्स का पेपर

रीवा। शासकीय कन्या महाविद्यालय में गुरुवार को परीक्षा के दौरान छात्रों को ऐसा प्रश्नपत्र दिया गया जो उनके पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं था, जिससे परीक्षा स्थल पर तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। बी.कॉम की छात्राओं को ह्यूमन राइट्स विषय का पेपर दिया गया, जबकि वे पॉलिटिकल साइंस विषय की परीक्षा देनी थीं।

विवरण:
कॉमर्स ग्रुप की छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इसका कड़ा विरोध किया। छात्राओं का कहना था कि उन्होंने ह्यूमन राइट्स विषय नहीं चुना है और यह उनका पाठ्यक्रम भी नहीं है। इस गलती के कारण छात्राओं ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया और कॉलेज परिसर में प्रदर्शन शुरू कर दिया।

प्रशासन का पक्ष:
कॉलेज प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास किए। उन्होंने बताया कि कुछ छात्राओं ने ऑनलाइन फॉर्म भरते समय विषय चयन में गलती की है, जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। प्रशासन ने यह भी बताया कि संबंधित विषय की परीक्षा आगामी 2 जून को आयोजित की जाएगी।

छात्राओं की मांग:
छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन से लिखित आश्वासन मांगा है कि उनकी परीक्षा केवल उनके संबंधित संकाय के विषयों की ही होगी और किसी भी छात्रा को गैर-संबंधित विषय का पेपर नहीं दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि लापरवाही के कारण सप्लीमेंट्री परीक्षा देनी पड़ी तो वे उग्र आंदोलन पर मजबूर होंगी।

वर्तमान स्थिति:
फिलहाल कॉलेज परिसर में स्थिति शांत है, लेकिन छात्राओं में असंतोष और चिंता बनी हुई है।