कॉपी में गड़बड़ी करने वालों को फिर बना दिया गया मूल्यांकन अधिकारी
माशिमं के पेपरों में निकली गलतियां, दसवीं-बारहवीं के विद्यार्थियों को मिलेंगे बोनस अंक

मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं की सेकंड परीक्षा के पेपरों में फिर गलतियां निकली हैं। गलतियों पर मंडल द्वारा विद्यार्थियों को बोनस अंक दिए जाएंगे। दोषियों पर मंडल की मेहरबानी भी सामने आई है। मंडल ने कॉपी जांचने के दौरान गलत तरीके से नंबर बढ़ाने वालों को फिर से मूल्यांकन अधिकारी बना दिया है। इससे माशिमं की कापी जांचने की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे हैं।
मंडल की सेकंड परीक्षा 17 जून से शुरू हुई थी। दसवीं-बारहवीं की परीक्षा आज चार जुलाई को समाप्त हो गई। इसी के साथ माशिमं का जिला स्तर पर मूल्यांकन भी शुरू हो गया है। मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को मंडल ने अच्छे और बिल्कुल फिसड्डी विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। ऐसे छात्र जिन्हें एक नंबर भी न मिला हो अथवा जिनके नंबर 90 प्रतिशत से अधिक हों, उनकी कॉपी दोबारा चेक की जाएगी। इनके अलावा एक या दो नंबर से किसी विषय में विशेष योग्यता या प्रथम श्रेणी की पात्रता से वंचित होने वाले परीक्षार्थियों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसमें हर पेज पर मिले अंकों को जोडऩे में भी विशेष सावधानी रखी जाएगी। ऐसे सभी विद्यार्थियों की कापी दोबारा चेक कर अंकों को ध्यान से जोडऩे के निर्देश दिए गए हैैं। मूल्यांकन केंद्र के अंदर एक बार प्रवेश करने के बाद शिक्षक को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। इसके अलावा कापियों की चैकिंग आदर्श उत्तर के अनुसार होगी। छात्र को हर स्टेप के नंबर देना होंगे।
जिन शिक्षकों ने गलत कापी जांची, तो बाद में छात्रों कापियों में नंबर बढऩे पर शिक्षक को एक नंबर बढऩे पर सौ रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। मंडल के जारी निर्देशों में कहा गया है कि हाईस्कूल उर्दू के पेपर में जिन छात्रों को उर्दू का सेट बी, सी व डी मिला था। उसके एक प्रश्न में गलती है। सेट बी के प्रश्न क्रमांक 17 के बाद जो नोट दिया गया है, उसमें प्रश्न क्रमांक 13 एवं प्रश्न क्रमांक 14 का जबाव अंकित है। इसी प्रकार सी व डी सेट में है। इन प्रश्न को हल करने के प्रयास में विद्यार्थियों को बोनस के दो-दो अंक दिए जाएंगे। दसवीं की गणित में चारों सेट में एक प्रश्न गलत है। सेट ए के प्रश्न क्रमांक 2(6) में गलती है। इसी प्रकार बी, सी व डी सेट है। इस प्रश्न को हल करने के प्रयास में छात्रों को बोनस के एक-एक अंक दिए जाएंगे। इसी प्रकार बारहवीं के उर्दू के पेपर में बी, सी व डी सेट में गलती है। बी सेट के प्रश्न क्रमांक 6 के बाद जो नोट दिया गया है, उसमें प्रश्न क्रमांक 14 अंकित है। इसी प्रकार सी व डी सेट है। इस प्रश्न को हल करने के प्रयास में बोनस के दो-दो अंक दिए जाएंगे। बारहवीं फिजिक्स के चारों सेट में गलती है। सेट ए के क्रमांक 7 का अथवा है। इस प्रश्न को हल करने के प्रयास में छात्र को बोनस के दो-दो अंक दिए जाएंगे। गौरतलब है कि माशिमं की पहली परीक्षा में भी उर्दू के पेपर में गलतियां निकली थी।
कई शिक्षकों ने बढ़ा दिए थे नंबर
मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं परीक्षा में हर साल करीब 17 से 18 लाख परीक्षार्थी शामिल होते हैं। इन परीक्षार्थियों की करीब एक करोड़ कापियां चैक होती हैं। माशिमं की परीक्षा में पेपर वितरण से मूल्यांकन तक की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता होती है, लेकिन इस पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था में सेंध मारकर मूल्यांकनकर्ताओं ने कापियों में कांट-छांट कर नंबर भी बढ़ा देते हैं। इंदौर जिले के मूल्यांकन केंद्र पर बारहवीं की एक छात्रा की कापी में गलत तरीके से 34 से नंबर बढ़ाकर 43 कर दिए गए थे। मामले में मूल्यांकन अधिकारी बबीता हयारण की भूमिका संदिग्ध है। इसकी शिकायत मंडल मुख्यालय भी पहुंची है, लेकिन अभी तक मूल्यांकन अधिकारी पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसके विपरीत माशिमं की सेकंड परीक्षा में दोबारा उसी को मूल्यांकन अधिकारी बना दिया गया है।
जांच में बड़े गिरोह का होगा पर्दाफाश
माशिमं की कापियों की चैकिंग की चांज होगी, तो उसमें बड़े गिरोह का पर्दाफाश होने की संभावना है। दरअसल इंदौर जिले में जिन छात्रों की कापियों में कांट-छांट कर नंबर बढ़ाए गए हैं, उनकी दलालों के माध्यम से मूल्यांकन केंद्र पर सेटिंग है। इसी सेटिंग के आधार पर मूल्यांकन केंद्र पर नंबर बढ़ाने का खेल किया जाता है। मामले में एक मूल्यांकनकर्ता ने मंडल में शिकायत भी भेजी है। शिकायत में दो कापियों में कांट-छांट कर नंबर बढ़ाने की बात कही गई है। साथ में पूरे मामले की जांच के लिए मंडल सचिव से आग्रह किया है।
इनका कहना है...
इंदौर जिले की कापी में नंबर बढ़ाए जाने का मामला परीक्षा समिति के पास परीक्षण के लिए गया है। इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद आगामी कार्यवाही की जाएगी।
केडी त्रिपाठी, सचिव मध्यप्रदेश
माध्यमिक शिक्षा मंडल