अजब गजब मऊगंज: मऊगंज में अदृश्य हो गया जल संसाधन विभाग का कार्यालय
विभाग का बोर्ड तो है लेकिन ऑफिस एवं कर्मचारी गायब जिला गठन के 590 दिन गुजर गए लेकिन रीवा से मऊगंज नहीं पहुंचा विभाग का ऑफिस

राजेंद्र पयासी-मऊगंज नवगठित मऊगंज जिले की स्थापना का 22 महीने से भी अधिक समय गुर्जर चुका है लेकिन जिला गठन के बाद आज तक जल संसाधन विभाग का कार्यपालन यंत्री कार्यालय मऊगंज अभी तक केवल कागजों में ही दर्ज है। हालत यह है कि जिला गठन के 590 दिन गुजर जाने के बाद भी रीवा से 70 किलोमीटर की सड़क मार्ग से यात्रा तय कर जल संसाधन विभाग का कार्यालय नवगठित मऊगंज जिला नहीं पहुंचा। आलम यह है कि जल संसाधन विभाग का कार्यालय मऊगंज जिला मुख्यालय से कुछ इस कदर अदृश्य हुआ कि जिला मुख्यालय स्थित सिंचाई विभाग कॉलोनी के पास विभाग का बोर्ड तो है लेकिन ऑफिस एवं कर्मचारी नजर नहीं आते।
जल संसाधन विभाग के जिम्मेदारों की जमीनी हकीकत यह है कि मऊगंज में चाक रोड स्थित सिंचाई विभाग कॉलोनी में सिर्फ जिम्मेदारों द्वारा एक बोर्ड टांग कर ऑफिस का दिखावा किया जा रहा है, जहां न तो कोई कर्मचारी है, न टेबल-कुर्सी, और न ही कोई कामकाज। क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों द्वारा सरकार के आदेशों का पालन नहीं किया जा रहा है। गौरतलब है कि जब सरकारी अधिकारी सरकार के आदेशों का पालन नहीं करते हैं तो यह एक गंभीर समस्या है जो शासन और सार्वजनिक विश्वास को कमजोर करती है। चिंतनीय प्रश्न यह है कि जब विभाग के जिम्मेदार कर्मचारी सरकार के ही आदेश की अवहेलना कर रहे हैं तो जनता की समस्या को कौन सुनेगा। क्षेत्र की जनता जल संसाधन विभाग के कार्यालय को ढूंढ डाली लेकिन कार्यालय का बोर्ड तो दिखा पर कार्यालय एवं अधिकारी कर्मचारी दूर-दूर तक नजर नहीं आए।
रीवा से ही संचालित हो रहा मऊगंज का जल संसाधन विभाग-
आज से ठीक 22 महीने पूर्व 13 अगस्त 2023 को जब तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा मऊगंज को जिला घोषित किया गया था तो मऊगंज क्षेत्रवासियों में नई उम्मीद जगी थी कि सभी विभागों के सरकारी कामकाज अब स्थानीय स्तर यानी मऊगंज में होंगे। लेकिन नवगठित मऊगंज जिले के वर्तमान हालात देखे जाए तो कलेक्ट्रेट एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय छोड़कर अन्य कार्यालय के साथ जल संसाधन विभाग जैसे प्रमुख कार्यालय का संचालन रीवा से हो रहा है। लेकिन अन्य विभागों के तुलना में जल संसाधन विभाग अलग नजर आया। जल संसाधन विभाग द्वारा मऊगंज में कार्यालय संचालन के नाम का बीते अप्रैल माह में बोर्ड तो लगा दिया गया लेकिन सरकार के आदेश का पालन न करते हुए जिम्मेदार विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी आज भी रीवा जिले में बैठकर विभाग का संचालन कर रहे हैं।
मामला केवल कार्यालय न होने का नहीं, बल्कि जनता की सुविधाओं और कर्मचारियों के भविष्य से जुड़ा है। सवाल यह उठता है कि जिम्मेदार अधिकारी शासन एवं प्रशासन द्वारा दिए गए आदेशों का पालन क्यों नहीं कर रहे हैं।
कर्मचारी परेशान, नहीं मिला वेतन
बीते 1 अप्रैल 2025 को रीवा से विभाग अलग कर मऊगंज कार्यालय घोषित किया गया था, लेकिन अब तक संचालन शुरू नहीं हुआ। तीन महीने से वेतन लंबित है, राजस्व जमा नहीं हो पा रहा, और स्टाफ को बैठने की जगह भी नहीं मिली है
लोकेश तिवारी
अध्यक्ष
जल संसाधन कर्मचारी संघ
इनका कहना है -
मऊगंज का जल संसाधन कार्यालय अभी रीवा कार्यालय में ही संचालित हो रहा है। ऐसा भवन के अभाव के कारण हो रहा है, अभी सभी कर्मचारी रीवा में ही रहकर कार्य कर रहे हैं।
एसके शर्मा
कार्यपालन यंत्री
जल संसाधन विभाग मऊगंज