MP NEWS : दिल्ली की तरह भोपाल कहलाएगा फ्लायओवर का शहर, खर्च 18 अरब
राजधानी भोपाल में सात नए फ्लाय ओवर और ब्रिज बनाए जाएंगे। इस पर 18 अरब रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। पीडब्ल्यूडी के ब्रिज डिवीजन ने इसकी शुरुआती प्लानिंग की है।

मुक्तेश रावत, भोपाल. दिल्ली को फ्लाय ओवर्स का शहर कहा जाता है। इन मेट्रो शहरों में काफी साल पहले ही ट्रेफिक की आवाजाही आसान बनाने के लिए ब्रिज, फ्लाय ओवर, रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण शुरू कर दिया गया था। कुछ सालों में ऐसा ही नजारा भोपाल में दिखने लगेगा। इसके लिए सात नए फ्लाय ओवर और ब्रिज बनाए जाएंगे। इस पर 18 अरब रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। पीडब्ल्यूडी के ब्रिज डिवीजन ने इसकी शुरुआती प्लानिंग की है। इनका प्रेजेंटेशन हाल में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में दिया जाना था। बताया जा रहा है इस पर चर्चा नहीं हो पाई।
काली मंदिर एलिवेटेड कॉरीडोर की योजना कई साल पुरानी
पुराने शहर में काली मंदिर से अल्पना तिराहा, नादरा बस स्टैंड होते हुए शाहजहांनाबाद थाना तक एलिवेटेड कॉरीडोर का प्रस्ताव है। इसकी अनुमानित लागत 277 करोड़ रुपये है। यहां ध्यान देने लायक बात है कि इसकी प्लानिंग एक दशक पहले की गई थी। महापौर रहते कृष्णा गौर ने बजट में काली मंदिर से फ्लाय ओवर निर्माण को घोषणा की थी। इसके बाद यह योजना कभी बजट बुक से बाहर ही नहीं निकल पाई। आब पिछले कुछ वर्ष से पीडब्ल्यूडी इस कॉरीडोर को मंजूर कराने का प्रयास कर रहा है।
तीन-तीन फ्लायओवर और एलिवेटेड कॉरीडोर बनाएंगे
शहर में तीन फ्लाय ओवर और इतने ही एलिवेटेड कॉरीडोर के निर्माण का प्रस्ताव है। एक रेलवे ओवरब्रिज की भी योजना है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के मुताबिक परिहार चौक से भोपाल रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म नं 1 तक फ्लाय ओवर प्रस्तावित किया गया है। इसकी अनुमानित लागत 185 करोड़ रुपए है। यातायात के भारी दबाव वाले नर्मदापुरम मार्ग (होशंगाबाद रोड) पर एलिवेटेड कॉरीडोर की प्लानिंग की गई है। यह बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी गेट के पास से मिसरोद थाना तक बनाया जाएगा। इसके निर्माण पर 455.50 करोड़ रुपये खर्च होगा। पुराने शहर को नए से जोड़ने के लिए एलिवेटेड कॉरीडोर प्रस्तावित किया गया है। यह फॉरेस्ट कॉलोनी से शुरू होकर, प्रकाश तरण पुष्कर, वॉटर फिल्टर प्लांट भीम नगर, पुरानी जेल तिराहा, जहांगीराबाद होते हुए लेडी हॉस्पिटल तक बनाया जाएगा।
इसकी लागत 480 करोड़ रुपये के आसपास रहेगी। वहीं टीटी नगर स्टेडियम के पीछे से नानके पेट्रोल पंप, रोशनपुरा चौराहा होते हुए पॉलीटेक्निक चौराहा तक फ्लाय ओवर 128.97 करोड़ रुपये से प्रस्तावित है। इसके अलावा कोलार रोड पर भोज विश्वविद्यालय से बंजारी तक फ्लाय ओवर की योजना की है। पीडब्ल्यूडी ने इस पर 165 करोड़ खर्च होने का अनुमान लगाया है। इस रोड को सिक्स लेन किया जा चुका है। साथ ही भविष्य में मेट्रो के पिलर बनाने के लिए स्थान छोड़ा गया है। इधर, भोपाल-विदिशा स्टेट हाइवे पर छोला स्थित रेलवे क्रॉसिंग 110 करोड़ रुपये से ओवरब्रिज की योजना बनाई गई है।