कांग्रेस ने स्कूली बच्चों के बस्तों का चेक किया वजन
कांग्रेस नेताओं ने स्कूली बच्चों के बस्तों का वजन जांचा। तौल कांटे पर बस्तों का वजन करने पर यह तय नियम से अधिक भारी निकले। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 16 जून से प्रदेश में स्कूल बैग के वजन को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किया जाने वाला जागरुकता अभियान एक माह बीत जाने के बाद भी केवल कागजों और आदेशों में ही चल रहा है।

राजधानी में कांग्रेस नेताओं ने स्कूली बच्चों के बस्तों का वजन जांचा। तौल कांटे पर बस्तों का वजन करने पर यह तय नियम से अधिक भारी निकले। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 16 जून से प्रदेश में स्कूल बैग के वजन को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किया जाने वाला जागरुकता अभियान एक माह बीत जाने के बाद भी केवल कागजों और आदेशों में ही चल रहा है। युवा कांग्रेस के प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित शासकीय पीएमश्री स्कूल और निजी स्कूल के छात्र भी शासन के निर्धारित मापदंडों से कई गुना अधिक वजन के स्कूल बैग ढोने को मजबूर हैं।
छोटे बच्चों के नाजुक कंधों पर अत्यधिक वजन लादने की वजह से कई बच्चे पढ़ाई और खेलकूद की उम्र में ही डॉक्टर और अस्पताल के चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने भाजपा सरकार, प्रशासन और बाल आयोग पर इस गंभीर विषय पर मूक दर्शक बने रहने का आरोप लगाया है। त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षा माफिया अनावश्यक किताबों की खरीद में कमीशनखोरी के लालच में छात्रों के जीवन और स्वास्थ्य के साथ खुला खिलवाड़ कर रहे हैं।