महिला SI बनी Love jihad का शिकार, अमन निकला इश्तिहाक 

भोपाल लव-जिहाद खुलासे के बाद से रोजाना लव-जिहाद के नए मामले उजागर हो रहे है। इसी बीच एक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां महिला एसआई से नाम बदलकर मुस्लिम युवक ने शादी कर ली। शादी के दो साल बाद घर पर पोस्ट पहुंचने पर पता चला कि युवक अमन नहीं, बल्कि इश्तिहाक अहमद है।

महिला SI बनी Love jihad का शिकार, अमन निकला इश्तिहाक 
image source : google

भोपाल. प्रदेश में लव-जिहाद के हर रोज नए-नए मामले सामने आ रहे है। भोपाल लव-जिहाद खुलासे के बाद से रोजाना लव-जिहाद के नए मामले उजागर हो रहे है। इसी बीच एक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां महिला एसआई से नाम बदलकर मुस्लिम युवक ने शादी कर ली। शादी के दो साल बाद घर पर पोस्ट पहुंचने पर पता चला कि युवक अमन नहीं, बल्कि इश्तिहाक अहमद है। महिला रायसेन जिले सब इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थ है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दर्ज उत्पीड़न,धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम और मारपीट की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। 

अमन बनकर की थी दोस्ती 

दरअसल, भोपाल के जहांगीराबाद के रहने बाले आरोपी इश्तियाक अहमद ने अमन बनकर महिला सब इंस्पेक्टर से कुछ साल पहले शादी की थी। बच्चे होने के बाद जब महिला को पता चला कि उसका पति हिंदू नहीं मुस्लिम है तो उसने विरोध किया। पीड़िता के विरोध करने पर आरोपी ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दी। इसके बाद फरियादी ने आरोपी के खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज करवाई। 

असलियत सामने आने के बाद करने लगा मारपीट

फरियादी महिला सब इंस्पेक्टर की आरोपी से भोपाल में मुलाकात हुई थी, जिसने खुद को जहांगीराबाद में कैफे चलाने वाला बताया। उस समय फरियादी आरक्षक थी और सब इंस्पेक्टर की परीक्षा की तैयारी कर रही थी। उस समय आरोपी ने उसे मदद का आश्वासन दिया था। फिर दोनों ने शादी कर ली। बाद में फरियादी ने एसआई की परीक्षा पास की। 2020 में पीड़िता के घर पर पति के नाम से एक पत्र आया, तब पता चला कि असली पति का नाम अमन नहीं, बल्कि इश्तिहाक अहमद है। शादी और बच्चे के होने के कारण वह आरोपी के साथ रहने को मजबूर थी, लेकिन जब आरोपी ने मारपीट शुरू की तो महिला ने प्रताड़नाओं से तंग आकर आरोपी की शिकायत की। 

पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

आरोपी की प्रताड़नाओं से तंग आकर पीड़िता ने थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ने घरेलू हिंसा और धर्मस्वतंत्रा अधिनियम की धारा के तहत प्रकरण दर्ज किया। शिकायत के बाद युवक को धर्मस्वतंत्रा अधिनियम की धारा लगा कर जेल भेज दिया गया है।