प्राकृतिक खेती के जरिए रखे शरीर को स्वस्थ

प्राकृतिक खेती आत्मनिर्भर और कम लागत वाली पद्धति है। यह न केवल किसान की आय बढ़ाती है, बल्कि उपभोक्ताओं को भी स्वस्थ और सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराती है।

Natural Farming Explainer. क्या आप जानते हैं कि बिना रासायनिक खाद और कीटनाशकों के भी सफल खेती की जा सकती है? यही है प्राकृतिक खेती, जो मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखते हुए फसल को भी सुरक्षित बनाती है। प्राकृतिक खेती में देसी गाय के गोबर, गोमूत्र, जैविक खाद और परंपरागत तरीकों का उपयोग होता है, जिससे मिट्टी जिंदा रहती है, पर्यावरण सुरक्षित रहता है और शरीर में जहर नहीं, पोषण पहुंचता है।

जैविक खेती जहां बाजार पर आधारित इनपुट पर निर्भर है, वहीं प्राकृतिक खेती आत्मनिर्भर और कम लागत वाली पद्धति है। यह न केवल किसान की आय बढ़ाती है, बल्कि उपभोक्ताओं को भी स्वस्थ और सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराती है। अब वक्त है, रसायनों से दूर जाकर प्रकृति की ओर लौटने का।