धरती आबा अभियान से बदलेगी जनजातीय परिवारों की तस्वीर
रीवा में आयोजित धरती आबा अभियान के अंतर्गत उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने विभिन्न योजनाओं से 2877 जनजातीय हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई धरती आबा योजना का उद्देश्य अत्यंत पिछड़े जनजातीय परिवारों को आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, महिला सशक्तिकरण जैसी 25 योजनाओं का लाभ एक साथ उपलब्ध कराना है।

रीवा। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने धरती आबा अभियान के तहत शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभांवित हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण किया। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित समारोह में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अत्यंत पिछड़े जनजातीय परिवारों के कल्याण के लिए जनमन योजना शुरू की।
प्रधानमंत्री ने 2024 में धरती आबा अभियान शुरू करके देश के 28 लाख अनुसूचित जनजाति हितग्राहियों को विकास की सभी योजनाओं का लाभ देने का अभियान शुरू किया है। इसके लिए 28 हजार करोड़ रूपये की राशि दी गयी है। प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में जनजाति परिवारों के कल्याण के लिए इस अभियान को लागू किया गया है।
अभियान के तहत रीवा और मऊगंज जिले में 15 जून से 15 जुलाई तक जन जागरूकता शिविर गांव-गांव लगाये जा रहे हैं। इन शिविरों अब तक 2877 जनजाति हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं से लाभांवित किया गया है। धरती आबा योजना से जनजाति परिवारों का समग्र विकास होगा। विकास की कतार में सबसे पीछे खड़े व्यक्ति को भी योजनाओं का लाभ दिया जायेगा। धरती आबा अभियान में 18 विभागों की 25 योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
हर पात्र जनजाति हितग्राही को इन योजनाओं का लाभ दें। इसमें पक्के आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, खेती के विकास, सामाजिक कल्याण, महिला सशक्तीकरण सहित विभिन्न लाभ शामिल हैं। कार्यक्रम में विधायक सिरमौर दिव्यराज सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, जनपद अध्यक्ष गंगेव विकास तिवारी, पुष्पेन्द्र सिंह, अभियान से जुड़े अधिकारी तथा बड़ी संख्या में जनजाति हितग्राही उपस्थित रहे।