बांग्लादेश ने भारत को भेजे 1000 किलो हरीभंगा आम
बांग्लादेश ने मैंगो डिप्लोमेसी के तहत भारत को हरीभंगा आम भेजे हैं। ये कदम भारत-बांग्लादेश के तनावपूर्ण संबंधों में सुधार की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

बांग्लादेश की सरकार ने भारत को 1000 किलो हरीभंगा किस्म के आम भेजे हैं। अंतरिम सरकार के प्रमुख प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा को भी आम भेजे हैं। ये आम बांग्लादेश ने मैंगो डिप्लोमेसी के तहत भेजे हैं। ये आम गुरुवार शाम करीब 5:15 बजे अखौरा लैंड पोर्ट के जरिए भेजे गए हैं।
बांग्लादेश का भारत को आम भेजना अपने आप में काफी अहम है, क्योंकि भारत और बांग्लादेश के संबंध काफी समय से ठीक नहीं चल रहे। जब से शेख हसीना का तख्तापलट हुआ है और उन्होंने भारत में शरण ली है, तभी से दोनों देशों के संबंध और खराब हो गए हैं। ऐसे में अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि कहीं बांग्लादेश भारत से शेख हसीना की वापसी तो नहीं चाहता। वहीं बांग्लादेश के उच्चायोग के अधिकारी का कहना है कि भारत को दिए गए आम सद्भावना का प्रतीक हैं।
हरीभंगा आम
ये आम बांग्लादेश का सबसे प्रसिद्ध आम माना जाता है। ये आम अक्सर मैंगो डिप्लोमेसी के तहत बांग्लादेश से भेजे जाते हैं। भारत में ये आम काफी पसंद भी किए जाते हैं।
मैंगो डिप्लोमेसी क्या है?
ये एक प्रभावशाली और कूटनीतिक तरीका है, जो दूसरे देशों के साथ संबंध को सुधारने के लिए किया जाता है। जब कोई देश दूसरे देश को आम भेंट करता है तो इसका मतलब है कि वह उस देश के साथ अपने संबंध को सुधारना चाहता है।
बांग्लादेश की बात करें तो बांग्लादेश ने पहले भी भारत को आम भेंट किए हैं। पाकिस्तान भी दुनिया के बेहतरीन आम जैसे चौंसा और सिंधरी अक्सर भारत, अमेरिका, चीन और खाड़ी देशों के नेताओं को भेंट करता रहा है, जिससे रिश्ते बेहतर बनाए जा सकें।