बारिश में बदहाल रास्ते बने जानलेवा, सड़क में पानी से भरे गड्ढे में डूबी 7 साल की मासूम, ग्रामीणों में आक्रोश

रीवा जिले के बक्छेरा गांव में लगातार बारिश और खराब बुनियादी ढांचे के चलते एक 7 वर्षीय बालिका दीपांजली तिवारी की दर्दनाक मौत हो गई। बच्ची घर के पास खेल रही थी, तभी कच्चे और जलभराव वाले रास्ते से गुजरते वक्त नहर की खुदाई में बने गहरे गड्ढे में गिर गई, जिसमें बारिश का पानी भर गया था।

बारिश में बदहाल रास्ते बने जानलेवा, सड़क में पानी से भरे गड्ढे में डूबी 7 साल की मासूम, ग्रामीणों में आक्रोश

रीवा।  जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश अब ग्रामीणों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। खराब बुनियादी ढांचे और अधूरे निर्माण कार्यों के चलते गांवों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बक्छेरा गांव में मंगलवार शाम एक दर्दनाक हादसे में 7 वर्षीय बालिका की जान चली गई।

जलभराव और कच्चे रास्तों की वजह से मासूम की मौत ने पूरे गांव को झकझोर दिया है। जानकारी के अनुसार, बक्छेरा पंचायत में रहने वाली दीपांजली तिवारी पिता अमित तिवारी अपने घर के पास खेल रही थी। क्षेत्र में सड़क न होने और भारी बारिश से गांव के रास्ते तालाब में तब्दील हो चुके थे।

बताया जा रहा है कि जिस रास्ते से ग्रामीण रोजाना आवागमन करते हैं, उसी के पास नहर की खुदाई की गई थी, जिसमें बारिश का पानी भर गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पानी से भरे इस गड्ढे के पास से गुजरते वक्त दीपांजली का संतुलन बिगड़ गया और वह फिसलकर पानी में जा गिरी। जब तक परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तब तक उसकी डूबने से मौत हो चुकी थी।

घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार सड़क निर्माण की मांग करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। उनका कहना है कि अगर समय रहते पक्की सड़क बनवा दी जाती और जल निकासी की उचित व्यवस्था होती, तो यह हादसा टल सकता था।

वही गांव के बुजुर्गों और महिला मंडलों ने क्षेत्रीय विधायक, पंचायत प्रतिनिधियों और प्रशासन को घटना का जिम्मेदार ठहराया है। ग्रामीणों का कहना है कि बारिश में चलने योग्य सुरक्षित रास्ता तक नहीं है, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी खतरे में पड़ गई है।