इंदौर: लव जिहाद फंडिग के आरोपी अनवर कादरी की पार्षदी खत्म

इंदौर में लव जिहाद के लिए फंडिंग करने के आरोपी पार्षद अनवर कादरी की पार्षदी खत्म हो गई है। संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने उनकी पार्षदी समाप्त करने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही उन्हें अगले पांच साल तक किसी भी चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित किया है।

इंदौर: लव जिहाद फंडिग के आरोपी अनवर कादरी की पार्षदी खत्म

इंदौर: इंदौर में लव जिहाद के लिए फंडिंग करने के आरोपी पार्षद अनवर कादरी की पार्षदी खत्म हो गई है। संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े ने अनवर कादरी की पार्षदी समाप्त करने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही अगले पांच साल तक किसी भी चुनाव लड़ने के लिए भी अयोग्य घोषित किया है।   

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अनवर कादरी के खिलाफ गंभीर आपराधिक आरोपों को देखते हुए उन्हें पद से हटाने की अनुशंसा की थी। महापौर ने बताया कि पार्षद कादरी पर इस कार्यकाल के दौरान देश- विरोधी गतिविधियों में शामिल होने, ‘लव जिहाद’ जैसे गंभीर प्रकरणों में फंडिंग करने और नगर निगम की छवि धूमिल करने के आरोप लगे थे। इनमें से कई आरोपों के साक्ष्य सामने आने के बाद शहर के नागरिकों और पार्षदों में उनके विरुद्ध गहरा रोष था। इन घटनाक्रमों को ध्यान में रखते हुए नगर निगम पार्षदों ने सभापति के समक्ष दो-तिहाई बहुमत से प्रस्ताव पारित कर मामला संभागीय आयुक्त को भेजा था। शिकायतों और दस्तावेजों के अध्ययन के बाद आयुक्त ने नियमों के तहत कार्यवाही करते हुए यह निर्णय लिया।

संभागीय आयुक्त का जताया आभार

स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने वाला है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इस फैसले के बाद शहर के कई सामाजिक संगठनों ने मध्य प्रदेश शासन और संभागीय आयुक्त का आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि यह निर्णय उन लोगों के लिए कड़ा संदेश है जो जनप्रतिनिधि रहते हुए देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाते हैं।

15 से ज्यादा मामले दर्ज

बता दें कि वार्ड 58 से कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी पर आरोप है कि उसने दो युवकों को हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन करवाने के लिए दो लाख रुपए थे। इस मामले में पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार किया था, पूछताछ के दौरान युवकों ने अनवर कादरी का नाम बताया था। इसके बाद से अनवर कादरी फरार हो गया था, करीब 55 दिन तक आरोपी छिपा रहा और बाद में इंदौर जिला कोर्ट में पेश हुआ था। जहां से पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की और फिर जेल भेज दिया था। आरोपी अनवर कादरी के खिलाफ इंदौर के अलग- अलग थानों में करीब 15 से ज्यादा मामला दर्ज हैं।