अशोकनगर। मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर सरकार की उपलब्धियां गिनाने के उद्देश्य से प्रभारी मंत्री राकेश शुक्ला शुक्रवार को अशोकनगर पहुंचे थे। इस मौके पर जिला मुख्यालय पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, लेकिन यह वार्ता उस समय विवादों में घिर गई जब पत्रकारों ने जिले में जारी अवैध खनन और खनिज विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर तीखे सवाल पूछ लिए।
पत्रकारों ने जैसे ही खनिज विभाग की कार्रवाई और अवैध खनन पर प्रभावी नियंत्रण न होने के मुद्दे उठाए, प्रभारी मंत्री इन सवालों से बचते नजर आए। सवालों के स्पष्ट जवाब देने के बजाय मंत्री राकेश शुक्ला ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की प्रशंसा करना शुरू कर दिया। मंत्री राकेश शुक्ला ने खनिज माफिया और विभागीय लापरवाही जैसे गंभीर मुद्दों पर कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया।
गौरतलब है कि अशोकनगर जिले में लंबे समय से अवैध खनन का मुद्दा चर्चा में रहा है। खनिज माफिया के हावी होने के कारण प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठते रहे हैं। ऐसे में प्रभारी मंत्री से इस दिशा में सख्त कार्रवाई और सरकार की नीति को लेकर जवाब की अपेक्षा थी, लेकिन प्रेस वार्ता में यह अपेक्षा पूरी नहीं हो सकी।
बताया जा रहा है कि प्रभारी मंत्री राकेश शुक्ला इससे पहले भी कई बार अशोकनगर जिले के दौरे पर आए, लेकिन उन्होंने पत्रकारों से दूरी बनाए रखी। सरकार के दो वर्ष पूरे होने के कारण इस बार उन्हें उपलब्धियां गिनाने के लिए पत्रकारों के सामने आना पड़ा। इसी दौरान पत्रकारों ने खनिज विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल पूछा तो मंत्री पत्रकारों के सवालों के जवाब नहीं दे पाए। जिसके चलते प्रभारी मंत्री द्वारा बुलाई गई पत्रकार वार्ता सफल नहीं हो पाई।