नईगढ़ी में सियार का आतंक, आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल, ग्रामीणों में दहशत

नईगढ़ी क्षेत्र में एक सियार ने अलग-अलग गांवों में 7 लोगों पर हमला कर घायल कर दिया। जंगलों की कटाई और खनन की वजह से जंगली जानवर गांवों में आ रहे हैं, लेकिन वन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा, जिससे गांव वालो में डर बढ़ गया है।

नईगढ़ी में सियार का आतंक, आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल, ग्रामीणों में दहशत

मऊगंज जिले के नईगढ़ी क्षेत्र में इन दिनों सियार का आतंक फैला हुआ है। एक ही दिन में सियार ने अलग-अलग गांवों में 7 लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। इससे पूरे इलाके में डर का माहौल है। लेकिन इस बड़ी घटना के बाद भी वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की।

ग्रामीणों के मुताबिक जंगलों में लगातार पेड़ों की कटाई, पत्थरों की ब्लास्टिंग और अवैध खनन की वजह से जंगली जानवरों के रहने की जगह खत्म हो रही है। इसी वजह से सियार, नीलगाय और जंगली सूअर अब गांवों में आ रहे हैं। नीलगाय और सूअर किसानों की फसल नष्ट कर रहे हैं साथ ही सियार लोगों पर हमला  भी कर रहे हैं।

कैसे हुआ हमला?

चिल्ल, कोठार, पैकनगांव और खर्रा गांव में सियार ने खेतों में काम कर रहे या रास्ते से गुजर रहे लोगों पर हमला कर दिया। घायल लोगों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। लोगों ने शोर मचाया तो सियार भाग जाता, लेकिन अगले गांव में फिर हमला कर देता।

सभी घायलों को नईगढ़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद उनकी हालत सामान्य बताई गई।

वन विभाग पर आरोप

पीड़ितों का कहना है कि घटना की जानकारी अधिकारियों को दी गई, लेकिन कोई कर्मचारी मौके पर नहीं आया, न घायलों की सुध ली, न ही जानवर पकड़ने की कोशिश की.

पहले भी कई हमले हो चुके 

कुछ साल पहले अकौरी गांव में सियार के हमले में एक बच्चे की मौत हो चुकी है। शिवराजपुर में भी पिछले साल आधा दर्जन लोग घायल हुए थे।

ग्रामीणों का कहना है कि लगातार इन हादसों के बावजूद वन विभाग कोई कदम नहीं उठा रहा है और जंगलों का अवैध दोहन जारी है। इसी वजह से अब गांवों में रहने वाले लोग डर के साए में जीवन जी रहे हैं।