मोदी-शाह के करीबी पंकज चौधरी होंगे यूपी BJP अध्यक्ष
मोदी-शाह के करीबी पंकज चौधरी होंगे यूपी BJP अध्यक्ष 7 बार के सांसद, केंद्रीय मंत्री योगी के गढ़ गोरखपुर से आते हैं
लखनऊ: यूपी में भाजपा के नए अध्यक्ष के लिए केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी का नाम फाइनल हो गया है। सिर्फ आधिकारिक ऐलान होना बाकी है। वह योगी के गढ़ गोरखपुर से सटे महाराजगंज से 7 बार से सांसद हैं। ओबीसी के कुर्मी समाज से आने वाले पंकज चौधरी 2021 से केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री हैं। वह पीएम के कितने खास हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दो साल पहले यानी 2023 में गोरखपुर दौरे के दौरान मोदी अचानक उनके घर पहुंच गए थे। पंकज चौधरी शनिवार सुबह 11 बजे लखनऊ पहुंचेंगे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को पार्टी मेगा इवेंट बनाने जा रही है। इससे पहले इस रेस में केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति का भी नाम था। लेकिन, सभी को पीछे छोड़ते हुए भाजपा आलाकमान ने पंकज चौधरी को कमान सौंपने का फैसला किया। बता दें कि यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति 15 जनवरी, 2025 को होनी थी। लेकिन, कभी महाराष्ट्र चुनाव, तो कभी यूपी में उपचुनाव और फिर बिहार चुनाव के चलते मामला अटकता चला गया। यूपी भाजपा का अध्यक्ष केवल यूपी ही नहीं, पार्टी की केंद्रीय राजनीति के लिए भी महत्वपूर्ण है।
पंकज चौधरी भाजपा के चौथे कुर्मी जाति के अध्यक्ष होंगे...
पंचायत और विधानसभा चुनाव में बीजेपी पिछड़े वर्ग पर दांव खेलेगी। पिछड़े वर्ग में कुर्मी समाज की आबादी यादवों के बाद सबसे ज्यादा है। कुर्मी समाज को बीजेपी का वोट बैंक माना जाता है, लेकिन लोकसभा चुनाव में इस समाज का एक हिस्सा PDA के नाम पर सपा के साथ गया था।
पंकज चौधरी कद्दावर नेता हैं। 7 बार के सांसद हैं। अच्छे प्लानर माने जाते हैं। पार्षद से राजनीति की शुरुआत की। गोरखपुर के डिप्टी मेयर रहे और फिर 1991 में पहली बार सांसद बने। राहत रूह तेल कंपनी के मालिक हैं।
2024 में 11 कुर्मी सांसद चुने गए। इनमें 3 भाजपा, 7 सपा के हैं। कुर्मी वोटों का ध्रुवीकरण हुआ। भाजपा नहीं चाहती कि कुर्मी वोट बंटे।
यूपी भाजपा में इससे पहले तीन बार कुर्मी भाजपा अध्यक्ष रह चुके हैं। विनय कटियार, स्वतंत्र देव सिंह और ओम प्रकाश सिंह। पंकज चौधरी के नाम के ऐलान के साथ ही वे चौथे कुर्मी जाति के अध्यक्ष होंगे।
गोरखपुर की राजनीति में योगी और पंकज चौधरी ही बीजेपी के दो पड़े क्षत्रप माने जाते हैं। दोनों की राजनीति का तरीका अलग है। एक को सरकार और एक को संगठन की कमान सौंपने के भी कई राजनीतिक मायने हैं

