सीमा पर जवान, खेतों में किसान तैयार है, खाद्य भंडार भरपूर, सुरक्षा मजबूत - शिवराज सिंह
पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश की खाद्य सुरक्षा को लेकर भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि भारत के कृषि भंडार पूरी तरह से भरे हुए हैं और गेहूं, चावल व अन्य अनाज की पर्याप्त उपलब्धता है।

नई दिल्ली. पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश की खाद्य सुरक्षा को लेकर भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि भारत के कृषि भंडार पूरी तरह से भरे हुए हैं और गेहूं, चावल व अन्य अनाज की पर्याप्त उपलब्धता है।
सोशल मीडिया एक्स पर किया पोस्ट
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'सीमा पर जवान और खेतों में किसान तैयार हैं।
सीमा पर जवान और खेतों में किसान तैयार हैं। हमारे अन्न भंडार पूर्ण हैं। इस वर्ष बंपर उत्पादन हुआ है और आने वाली फसलों के लिए भी स्थितियाँ अनुकूल हैं। किसी भी आपात स्थिति या आवश्यकता के समय देशवासी निश्चिंत रहें। हम तैयार हैं, सक्षम हैं और देश सेवा के लिए संकल्पित हैं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 9, 2025
जय हिंद ????????
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान कहा, “हमने आतंकियों पर हमला किया है, नागरिकों पर नहीं। सेना सीमा पर मुस्तैद है और कृषि वैज्ञानिक किसानों के साथ मिलकर उत्पादन बढ़ाने में जुटे हैं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कृषि मंत्रालय की प्राथमिकता देश को खाद्य आपूर्ति में आत्मनिर्भर बनाए रखना है। देश में मौजूदा हालात के बीच खाद्यान्न उत्पादन की स्थिति संतोषजनक है। कुल उत्पादन 3474.42 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है, जिससे खाद्य सुरक्षा को लेकर किसी भी चुनौती से निपटने में भारत पूरी तरह सक्षम है।
भारत माता के चरणों में अपना सर्वस्व समर्पित करने के लिए देश तत्पर है। पाकिस्तान के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। सीमा पर जवान और खेतों में किसान तैनात हैं।
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) May 9, 2025
- माननीय श्री @ChouhanShivraj जी pic.twitter.com/63YN5ceA0n
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे पास अन्न के भंडार इस समय भरे हुए हैं। चौहान ने बताया कि वर्ष 2023-24 में कुल खाद्यान्न उत्पादन 3322.98 लाख मीट्रिक टन था, जो 2024-25 में बढ़कर 3474.42 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है। चावल की भी कोई कमी नहीं है, पिछले साल के 1378.25 लाख मीट्रिक टन के मुकाबले इस साल 1464.02 लाख मौट्रिक टन उत्पादन हुआ है। गेहूं पिछले साल या 1132.92 लाख मीट्रिक टन, जो इस बार 1154.30 लाख मीट्रिक टन उत्पादन अनुमानित है, जिसमें और बढ़ोतरी की उम्मीद है। शिवराज सिंह ने कृषि वैज्ञानिकों को भी बधाई दी, जिनके द्वारा विकसित किस्मी व शोध के कारण बढ़ते हुए तापमान में भी उत्पादन में वृद्धि हो रही है। गेहूं-चावल दोनों का उत्पादन एक साल में चार से पांच प्रतिशत बढ़ा है।
खाद्यान्न उत्पादन आज की स्थिति में ....
3474.42 लाख मीट्रिक टन।
चावल: 1464.02 लाख मीट्रिक टन।
गेहूं: 1154 लाख मीट्रिक टन (अनुमानित, और बढ़ने की संभावना)।
दलहन: 250.97 लाख मीट्रिक टन।
तिलहन: 428.98 लाख मीट्रिक टन।
बागवानी फसलें 3621 लाख मीट्रिक टन।
मुख्य सब्जियों का उत्पादन
आलू: 595 लाख मीट्रिक टन।
प्याज: 288 लाख मीट्रिक टन।
टमाटर: 215 लाख मीट्रिक टन।