अब मधुमक्खियों की फौज बना रहा ड्रैगन

चीनी सेना में शामिल होने के बाद यह मधु मक्खियां ड्रोन से भी खतरनाक होंगी। ड्रोन जैसी हल्की चीज को विफल करने के लिए  मिसाइल जैसी घातक और महंगी चीज का इस्तेमाल करना पड़ता है, लेकिन अच्छी बात यह है कि ड्रोन का हमला विफल किया जा सकता है।

अब मधुमक्खियों की फौज बना रहा ड्रैगन

चीन हर साल अपने रक्षा बजट पर करोड़ों रुपए खर्च करता है। इसलिए वह अमेरिका तक को चुनौती देने की स्थिति में आ गया है। अब चीनी सेना में मधुमक्खियों की भी एंट्री होने जा रही है। यानी, चीन दुनिया के लिए और बड़ा खतरा बनने जा रहा है। जी हां, शहद वाली मक्खी। 


चीन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा उपकरण तैयार किया है, जिससे मधुमक्खियों को अपने इशारों पर उड़ाया जा सकता है। ऐसे में मधुमक्खियों का झुंड युद्ध में चीन के लिए बड़ा हथियार साबित हो सकता है। मधु मक्खियों को नियंत्रित करने के लिए चीन में प्रयोग भी प्रारंभ हो चुके हैं। चीनी वैज्ञानिकों ने इसके लिए दुनिया का सबसे हल्का ब्रेन कंट्रोलर बनाया है, जिससे मधुमक्खियों को रोबोट की तरह उड़ाया जा सकता है। यह मधुमक्खियों को नियंत्रण करने में काफी हद तक कामयाब साबित हुआ है। बीजिंग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने दुनिया का सबसे हल्का ब्रेन कंट्रोलर बनाया है, जिसका वजन महज 74 मिलीग्राम है। यह ब्रेन कंट्रोलर लगाने के बाद 10 में से 9 मधुमक्खियों ने वैज्ञानिकों की बात मानी और उनकी कही दिशा में उडऩा शुरू कर दिया।


पीठ पर लगाया जाता है ब्रेन कंट्रोलर:  ब्रेन कंट्रोलर को मधुमक्खियों की पीठ पर लगाया जाता है और 3 सुईयों की मदद से उनके दिमाग में मामूली छेद किए जाते हैं। इससे मधुमक्खियों में भ्रम पैदा होता है और वे उडऩे की कमांड फॉलो करने लगती हैं। मधुमक्खियां आदेशानुसार दाएं, बाएं, आगे और पीछे की तरफ उड़ती हैं। चीनी वैज्ञानिकों को यह माइंड कंट्रोलर मशीन बनाने की प्रेरणा सिंगापुर के साइबॉर्ग कंट्रोलर से मिली है, जो कॉक्रोचों और कीड़े-मकौड़ों को कमांड देता है। हालांकि इसका वजन चीनी माइंड कंट्रोलर से तीन गुना अधिक है।


ड्रोन से भी ज्यादा खतरनाक होंगी मुधमक्खियां: चीनी सेना में शामिल होने के बाद यह मधु मक्खियां ड्रोन से भी खतरनाक होंगी। ड्रोन जैसी हल्की चीज को विफल करने के लिए  मिसाइल जैसी घातक और महंगी चीज का इस्तेमाल करना पड़ता है, लेकिन अच्छी बात यह है कि ड्रोन का हमला विफल किया जा सकता है। मधु मक्खियों के हमले को विफल करने की कोई तकनीक दुनिया के पास फिलहाल तो नहीं है।