अमेरिकी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का झांसा देकर 55 लाख की ठगी, राज्य साइबर सेल इंदौर ने दो को किया गिरफ्तार

अमेरिकी क्रिप्टोकरेंसी (USDT) में निवेश कर राशि दोगुनी करने का लालच देकर 55 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को राज्य साइबर सेल, इंदौर ने गिरफ्तार किया है.

अमेरिकी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का झांसा देकर 55 लाख की ठगी, राज्य साइबर सेल इंदौर ने दो को किया गिरफ्तार

अमेरिकी क्रिप्टोकरेंसी (USDT) में निवेश कर राशि दोगुनी करने का लालच देकर 55 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को राज्य साइबर सेल, इंदौर ने गिरफ्तार किया है. फरियादी हितैश प्रधान, जो इंदौर में प्रॉपर्टी का काम करते हैं, जिन्हें हाल ही में बड़ा मुनाफा हुआ था. वह इस राशि से टॉयोटा फॉर्च्यूनर खरीदना चाहते थे, लेकिन आरोपी मुर्तजा शैफी और ताहिर महूवाला ने उन्हें क्रिप्टोकरेंसी में मोटा मुनाफा दिलाने का झांसा देकर जाल में फंसा लिया.

आरोपियों ने लूटे 55 लाख रूपए

आरोपियों ने पहले फरियादी से नगद 55 लाख लिए और अपने कमीशन काटकर 65,000 USDT खरीदकर फरियादी के ट्रस्ट वॉलेट में ट्रांसफर करवाए. ट्रस्ट वॉलेट एक मोबाइल ऐप है जिसके जारिए क्रिप्टोकरेंसी खरीदी, बेची और सुरक्षित रखी जाती है. इसके बाद आरोपियों ने कॉइन ऑथेंटिकेटर के नाम से एक फर्जी लिंक फरियादी को भेजी और USDT की जांच करने के लिए उस पर क्लिक करने को कहा. जैसे ही फरियादी ने लिंक खोली, उसके ट्रस्ट वॉलेट से पूरे 65,000 USDT से दूसरे वॉलेट में ट्रांसफर कर दिए गए. मामले की शिकायत साइबर सेल तक पहुंचने के बाद तकनीकी जांच की गई. जिसमें मोबाइल नंबर, व्हाट्सएप चैट और ट्रांजैक्शन डिटेल्स के आधार पर मुर्तजा शैफी निवासी खातीवाला टैंक और ताहिर महूवाला की भूमिका सामने आई.

साइबर सेल ने की कार्रवाई

साइबर सेल टीम ने दोनों को पकड़कर उनसे पूछताछ की, जिसमें उन्होंने नकद राशि लेकर USDT ट्रांसफर कराने की बात कबूल की. टीम ने आरोपियों के मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य डिजिटल साक्ष्य जब्त कर लिए हैं. पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शंस की तकनीकी ट्रैकिंग जारी है.