अमेरिका में 2019 के बाद पहली बार फिर शटडाउन, अर्थव्यवस्था पर मंडराया संकट

इससे कई सरकारी सेवाएं बंद हो गई हैं और करीब 9 लाख कर्मचारियों को बिना सैलरी के छुट्टी पर भेजा जा सकता है.

अमेरिका में 2019 के बाद पहली बार फिर शटडाउन, अर्थव्यवस्था पर मंडराया संकट
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मंगलवार की रात अमेरिका में शटडाउन लग गया. इसके तहत अब देश में सभी सरकारी काम काज ठप हो गए है. हालांकि स्वास्थ्य और हवाई यात्राओं की सुविधा फिलहाल जारी रखी गई है. लेकिन जल्द ही ये शटडाउन नहीं हटा तो अमरीका में 9 लाख लोगों को जबरन छुट्टी देनी पड़ जाएगी और कर्मचारियों को सरकार से कोई सैलरी भी नहीं मिलेगी. 

शटडाउन क्या है?

भारत में जैसे हर साल बजट पास होता है ठीक वैसे ही अमेरिका में भी हर साल देश चलाने के लिए बजट पास होता है. अमेरिका में 1 अक्टूबर को बजट पास करने का समय है. लेकिन अगर किसी वजह से सीनेट और हाउस में सहमति नहीं बनती और फंडिंग बिल पास नहीं होता तो देश में शट डाउन लग जाता है.

शटडाउन के समय वो सेवाएं जो ज्यादा जरुरी नहीं है वो बंद हो जाती है साथ ही ऑफिस भी बंद हो जाता है. इस दौरान सरकारी कर्मचारियों को सैलरी भी नहीं मिल पाती और कई कर्मचारियों को अनिश्चित समय के लिए छुट्टी पर भेज दिया जाता है.

क्यों लगा शटडाउन?

दरअसल सीनेट फंडिंग बिल को पास करने में नाकामयाब रही. बिल को पास करने के लिए 60 वोट्स चाहिए थे लेकिन सिर्फ 55 ही वोट आ पाए. बाकि के 45 वोट बिल के खिलाफ आया था. इसलिए इस बिल को पास नहीं किया गया. बिल को पास करने के लिए ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी को विपक्षी पार्टी डेमोक्रेट्स के सांसदों का समर्थन चाहिए था. लेकिन डेमोक्रेट्स ने बिल के खिलाफ वोट दिया.

रिपोर्ट्स की माने तो ये बिल जल्द ही फिर से संसद में पेश किया जाएगा. ट्रम्प का कहना है की जब तक ये बिल पास नहीं हो जाता तब तक वो इस बिल को संसद में पेश करते रहेंगे. 2019 के बाद से ये पहली बार शटडाउन लगा है. जबकि अमेरिका में 1981 से अब तक 15 बार शटडाउन लग चूका है. ऐसे में अमेरिका की अर्थव्यवस्था ठप भी पड़ सकती है.