नीरजा मोदी स्कूल सुसाइड केस: स्कूल की लापरवाही या टीचर की प्रताड़ना?
घरवालों ने स्कूल टीचर पर परेशान करने और स्कूल प्रशासन पर सबूत मिटाने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई है, फिलहाल मामले की जांच जारी है।
जयपुर में 10 साल की बच्ची ने सुसाइड कर लिया। 1 नवंबर को बच्ची रोज की तरह स्कूल गई थी कि दोपहर 1:30 बजे वह रेलिंग से कूद गई। घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया है जिसमें बच्ची खुद से छलांग लगाती नजर आ रही है। बच्ची का नाम अमायरा है और वह नीरजा मोदी स्कूल में 4th क्लास में पढ़ती थी। वहीं बच्ची के घरवालों का आरोप है कि स्कूल की टीचर उसे परेशान करती थी और इसी वजह से अमायरा की मौत हुई है।

CCTV फुटेज में एक शख्स की परछाई भी नजर आ रही है लेकिन वीडियो को काट दिया गया है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह मौजूद शख्स को मालूम था कि बच्ची छलांग लगाने वाली है लेकिन उसने नहीं रोका। इसके साथ ही स्कूल प्रशासन पर भी लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। बच्ची के गिरने के बाद स्कूल प्रशासन ने खून के धब्बे और सारे सबूत मिटा दिए, जबकि पुलिस के पहुंचने तक सबूतों को वैसे ही छोड़ दिया जाना चाहिए था। इसी वजह से अमायरा की मौत सुसाइड कम बल्कि हत्या लग रही है।

हादसे के बाद अमायरा के माता-पिता को हॉस्पिटल बुलाया गया जहां घरवालों का बुरा हाल है। हादसे के तुरंत बाद अमायरा की मां शिबानी देव और पिता विजय देव ने स्कूल प्रबंधन और टीचर्स के खिलाफ FIR दर्ज करवाई। शनिवार देर रात बच्ची का पोस्टमार्टम हुआ, फिलहाल मामले की जांच जारी है।

