पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मनायी गयी 35वीं पुण्यतिथि

रीवा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 35वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। सिरमौर चौराहा पर गगनभेदी नारों के साथ कार्यक्रम हुआ और इसके बाद कांग्रेस कार्यालय में संगोष्ठी आयोजित की गई। संगोष्ठी में राजीव गांधी को पंचायती राज का जनक बताते हुए उनके योगदान को याद किया गया।

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मनायी गयी 35वीं पुण्यतिथि

रीवा। देश के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न स्व. राजीव गांधी की 35वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शहर कांग्रेस अध्यक्ष लखनलाल खण्डेवाल के नेतृत्व में सिरमौर चौराहा स्थित राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान “राजीव गांधी अमर रहें” और “जब तक सूरज चांद रहेगा, राजीव जी का नाम रहेगा” जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा।

संगोष्ठी का आयोजन

प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद जिला कांग्रेस कार्यालय में एक संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता लखनलाल खण्डेलवाल ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि राजीव गांधी पंचायती राज के जनक थे। उन्होंने संविधान संशोधन के माध्यम से महिलाओं, पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति को आरक्षण दिलाकर पंचायती राज को मजबूती प्रदान की।

संगठन मंत्री ने किया संचालन

संगोष्ठी का संचालन एडवोकेट रवि तिवारी ने किया एवं आभार प्रदर्शन सज्जन पटेल ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में राजीव गांधी के विचारों और योगदानों को याद किया गया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया।

उपस्थित कांग्रेस नेताओं की सूची

संगोष्ठी में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक एवं प्रदेश महासचिव विद्यावती पटेल, विनोद शर्मा, सरदार प्रहलाद सिंह, शिव प्रसाद प्रधान, गोविन्दास तिवारी, के. के. गुप्ता, डॉ. अरुणा तिवारी, रवि तिवारी, वसीम राजा, मुस्तहाक खान, सज्जन पटेल, अखिलेश द्विवेदी, पंकज उपाध्याय, राजेश मिश्रा बब्बू, भगवान सिंह तिवारी, अंकिता सिंह, निशांत सिंह नेबूहा, सुनील देव सिंह (राजन) सिंगरौली सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे।

संदेश और उद्देश्य

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजीव गांधी को देश के डिजिटल युग का मार्गदर्शक बताते हुए कहा कि उनके विजन ने भारत को नई दिशा दी। उनके द्वारा शुरू की गई योजनाएं आज भी देश के विकास का आधार हैं। कार्यकर्ताओं ने उनके विचारों को आत्मसात कर संगठन को मजबूत बनाने का आह्वान किया।