रीवा पुलिस ने गोद लिए 8 गांव, मिशन कर्मयोगी के तहत बना रही आदर्श ग्राम
रीवा जिले में अब पुलिस की भूमिका कानून व्यवस्था से आगे बढ़कर सामाजिक बदलाव की दिशा में सक्रिय हो गई है। मिशन कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत पुलिस ने जिले के 8 गांवों को गोद लेकर उन्हें आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने की पहल शुरू की है।

रीवा। जिले में पुलिस अब न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित है, बल्कि सामाजिक बदलाव की दिशा में भी अहम भूमिका निभा रही है। मिशन कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत पुलिस ने जिले के आठ गांवों को गोद लेकर उन्हें आदर्श गांव बनाने की दिशा में ठोस पहल शुरू की है।
बता दे पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशानुसार और एडीजी प्रशिक्षण राजा बाबू सिंह के मार्गदर्शन में यह अभिनव प्रयास रीवा में शुरू किया गया है। पुलिस प्रशिक्षण शाला रीवा के अधीक्षक सुरेंद्र कुमार जैन की निगरानी में नवआरक्षक प्रशिक्षणरत दलों द्वारा लोही, खजुआ, कनौजा, लक्ष्मणपुर, गोडहर, करहिया, रमकुई और भोलगढ़ गांवों में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इन संवादों के दौरान ग्रामीणों से उनके गांवों की समस्याओं और विकास की संभावनाओं पर खुलकर चर्चा की गई। नशा मुक्ति, स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा की स्थिति, महिलाओं की सुरक्षा, साइबर अपराध से बचाव, पर्यावरण संरक्षण, सड़क सुरक्षा और स्थानीय रोजगार जैसे अहम मुद्दों पर जानकारी दी गई।
गांवों में पुलिस टीम का स्वागत बड़े उत्साह के साथ किया गया। ग्रामीणों ने खुलकर अपने विचार साझा किए और इस पहल की सराहना की। उप पुलिस अधीक्षक सत्य प्रकाश मिश्रा और निरीक्षक अंजू कुर्मी के नेतृत्व में नवआरक्षकों की टीम ने न केवल लोगों को जागरूक किया, बल्कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना और तत्काल कार्यवाही का भरोसा दिलाया।
इस अभियान को प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए आदर्श गांव के संकल्प से जोड़ते हुए पुलिस अपने स्तर से ग्रामीण क्षेत्रों को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने में सहयोग कर रही है।