सिरमौर THP की यूनिटें बार-बार खराब, सरकार को हर दिन करोड़ों का नुकसान

सिरमौर THP की तीनों यूनिटें लगातार खराब होती रहती हैं। एक यूनिट ठीक होती है तो दूसरी बंद हो जाती है। इस वजह से रोज लगभग 20 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हो पा रहा है और सरकार को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

सिरमौर THP की यूनिटें बार-बार खराब, सरकार को हर दिन करोड़ों का नुकसान

सिरमौर में बनी THP बिजली परियोजना की हालत पिछले कई महीनों से ठीक नहीं है। यहां लगी तीनों यूनिटें एक साथ चल ही नहीं पा रही हैं। कोई एक यूनिट ठीक होती है तो दूसरी खराब हो जाती है। इसी वजह से सरकार को रोजाना लगभग 20 लाख यूनिट बिजली का नुकसान हो रहा है।

एक यूनिट चली तो दूसरी खराब 

कुछ समय पहले यूनिट नंबर 3 शुरू हुई तो यूनिट नंबर 2 खराब हो गई। इंजीनियर उसे ठीक करने में लगे हैं। इससे पहले भी यूनिट 3 डेढ़ साल तक बंद थी। उसका जनरेटर लगातार वाइब्रेशन दे रहा था, इसलिए उसे फिर से खोलकर ओवरहॉलिंग में डाल दिया गया था।

इस बार भी यूनिट 2 को ठीक होने में 2–3 महीने और लग सकते हैं। जब तक यह ठीक नहीं होती, बिजली उत्पादन ठप रहेगा।

बारिश खूब हुई, पानी था… लेकिन यूनिटें खराब

इस साल मानसून अच्छा रहा। अक्टूबर तक खूब बारिश हुई और THP में पानी की कोई कमी नहीं थी। तीनों यूनिटें फुल स्पीड पर चल सकती थीं, लेकिन दो यूनिटें खराब होने की वजह से उत्पादन नहीं हो पाया। रोज करीब 20 लाख यूनिट बिजली बर्बाद हो गई।

बार-बार बंद होती हैं यूनिटें

कभी नहर बंद होने से, कभी मशीनों में खराबी से—THP सिरमौर में उत्पादन अक्सर रुक जाता है। फरवरी में यूनिट 2 और 3 बंद हुई थीं। जुलाई में यूनिट 2 ठीक हो गई, लेकिन यूनिट 3 अभी भी पूरी तरह नहीं सुधरी थी।

कितना नुकसान?

एक यूनिट एक दिन में लगभग 20 लाख यूनिट बिजली बनाती है। अगर एक यूनिट की कीमत 4 रुपये मानें, तो एक दिन का नुकसान 1 करोड़ रुपये बैठता है। कई महीनों तक दो यूनिटें बंद रहीं, जिससे सरकार को 500 करोड़ रुपये से भी ज़्यादा का नुकसान हो चुका है।

कुल क्षमता

सिरमौर टीएचपी की तीनों यूनिटें मिलकर 105 मेगावाट बिजली बनाने की क्षमता रखती हैं। लेकिन पिछले कई सालों से तीनों यूनिटें एक साथ शायद ही कभी चली हों।