जबलपुर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में हादसा हाईटेंशन लाइन से टकराया ट्रक, दो युवकों की मौत, 10 से ज्यादा झुलसे

जबलपुर में करंट लगने से दो की मौत, 10 से ज्यादा झुलसे प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रहे थे, ट्रक बिजली के तार से टकराया

जबलपुर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में हादसा हाईटेंशन लाइन से टकराया ट्रक, दो युवकों की मौत, 10 से ज्यादा झुलसे

जबलपुर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रहा एक ट्रक बिजली के तार से टकरा गया। करंट लगने से दो युवकों की वहीं मौत हो गई। वहीं 10 से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे के बाद वहां भगदड़ मच गई। लोग प्रतिमा छोड़कर इधर-उधर भागे। घटना भीटा गांव में रात 9 बजे की है। लोग दुर्गा विसर्जन के लिए ट्रक में प्रतिमा लेकर नर्मदा नदी के गौरीघाट जा रहे थे। वहां मौजूद लोग घायलों को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।

ट्रक के ऊपर बैठे थे दोनों युवक

टेमर भीटा से दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए बड़ी संख्या में लोग डीजे की धुन पर नाचते हुए जा रहे थे। प्रतिमा जैसे ही भीटा गांव के पास पहुंची, तभी ऊपर झूल रहा 11 केवी लाइन का तार ट्रक के संपर्क में आ गया। ट्रक के ऊपर बैठे चिंटू विश्वकर्मा और अखिलेश पटेल नीचे गिर गए। दोस्त उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दोनों युवक प्राइवेट नौकरी करते थे।

विधायक और मंत्री राकेश अस्पताल पहुंचे

घटना की जानकारी मिलने पर कैंट विधानसभा से विधायक अशोक रोहाणी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से तीन लोग झुलसे हैं। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। बाकी लोगों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। घटना दुखद है। पुलिस हादसे की वजह की जांच कर रही है।

मंत्री राकेश सिंह ने कहा- 11 लोग घायल हुए

घटना की जानकारी मिलते ही रात करीब 12 बजे लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह घायलों को देखने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि दुर्गा विसर्जन के दौरान जब टेमर भीटा में रहने वाले लोग गौरीघाट जा रहे थे, तब मूर्ति के साथ चल रहा स्ट्रक्चर बिजली के केबल के संपर्क में आ गया, जिससे यह घटना घटित हुई है। घटना में अभी तक 11 लोगों के घायल होने की सूचना है। दो की मौत हुई है। गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए मेडिकल और निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है।

पार्षद बोले- मूर्ति की हाइट ज्यादा थी

स्थानीय पार्षद कृष्णा दास चौधरी का कहना है कि मूर्ति की हाइट ज्यादा थी। कार्यकर्ताओं ने उसे बहुत ज्यादा सजा रखा था। जैसे ही मूर्ति टर्निंग पर पहुंची, तभी अचानक सड़क किनारे आ गई और फिर हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ जाने से यह हादसा हो गया