रीवा: प्राइवेट एम्बुलेंस बनीं कफ सिरप सप्लाई का जरिया
रीवा में करीब 70% प्राइवेट एम्बुलेंस अब मरीजों की जगह कफ सिरप की तस्करी में लगी हैं। यह सिरप जबलपुर और यूपी से सीधे रीवा लाया जा रहा है

रीवा जोन IG गौरव राजपूत द्वारा कुछ दिनों पहले नशे के खिलाफ बड़ी मुहिम चलाई गई थी- नशे से दूरी है जरूरी। इस मुहिम में नशे के खिलाफ कई जागरूकता कार्यक्रम किये गए थे और इसी मुहिम के अंदर कई कार्रवाइयां भी हुईं थी।
पर इन सब कोशिशों के बावजूद भी रीवा शहर को Corex से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। इसी से जुडी एक और मामला हाल ही में प्रकाश में आया है जिसमें शहर के संजय गांधी अस्पताल से जुडी प्राइवेट एम्बुलेंस अब मरीजों को ले जाने की जगह कफ सिरप पहुंचाने का काम कर रही हैं।
बताया जा रहा है कि करीब 70% एम्बुलेंस इस काम में लगी हैं, जो सीधे जबलपुर और उत्तर प्रदेश से कफ सिरप रीवा लेकर आ रही हैं। इन पर कोई चेकिंग नहीं होती और न ही इनसे कोई सवाल पूछा जाता है।
जानकारी के मुताबिक इस धंधे का मास्टरमाइंड नितिन द्विवेदी उर्फ ‘मंकी’ है, जो पहले एक मामूली ड्राइवर था लेकिन अब करोड़पति नशा तस्कर बन चुका है।
कई जगहों पर खुलेआम बिक रही कोरेक्स
शहर में कई ऐसे इलाके हैं जहां महिलाएं खुलेआम कफ सिरप बेचती दिखी हैं। सबसे ज्यादा बिक्री कबाड़ी मोहल्ला में हो रही है। इसके अलावा धोबिया टंकी, पाण्डेन टोला, पीटीएस चौराहा, बिछिया और तरहटी जैसे इलाकों में भी नशे वाली सिरप की खुलेआम बिक्री हो रही है।
विपक्ष का निशाना
चूंकि रीवा के विधायक राजेंद्र शुक्ला प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री भी हैं, इसलिए शहर में इस मामले पर राजनीति भी गर्म हो गई है। इस मामले पर कांग्रेस नेता अभय मिश्रा ने डिप्टी CM पर निशाना साधते हुए यहां तक कह दिया कि शहर को Corex City बना दिया गया है।"
पुलिस लेगी सख्त एक्शन
इस पूरे मामले पर SP शैलेन्द्र सिंह ने कहा है कि रीवा में चल रही ऐसी सभी गतिविधयों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इस सप्लाई के पीछे हैं, उन पर भी सीधा एक्शन लिया जाएगा ताकि इस नशे के धंधे को पूरी तरह खत्म किया जा सके।