TRS कॉलेज में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
रीवा स्थित शासकीय टी.आर.एस. कॉलेज में 11 और 13 अक्टूबर को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर केंद्रित दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की नई संरचना, मूल्यांकन प्रणाली, क्रेडिट ट्रांसफर और छात्र-केंद्रित शैक्षणिक दृष्टिकोण पर गहन चर्चा की गई।

शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय (टी.आर.एस. कॉलेज), रीवा में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत स्नातक, स्नातकोत्तर और स्वयं पाठ्यक्रमों पर केंद्रित रही।
आयोजन म.प्र. शासन के उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश पर और प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यशाला 11 और 13 अक्टूबर को आयोजित की जा रही है।
कार्यशाला का शुभारंभ प्रभारी प्राचार्य डॉ. महानंद द्विवेदी की अध्यक्षता में हुआ। मुख्य वक्ता डॉ. संजय सिंह, विभागाध्यक्ष - रसायन शास्त्र ने नई शिक्षा नीति के उद्देश्यों, संरचना और इसके क्रियान्वयन पर विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम का संयोजन डॉ. अखिलेश शुक्ल, उपनियंत्रक, स्वशासी प्रकोष्ठ द्वारा किया गया।
पहले दिन इन बिंदुओं पर हुई चर्चा:
- स्नातक पाठ्यक्रमों की नई संरचना
- मूल्यांकन प्रणाली और क्रेडिट सिस्टम
- विषयवार प्रश्नपत्र संरचना और अंक विभाजन
- तीन वर्षीय व चार वर्षीय पाठ्यक्रमों की विशेषताएं
- गतिविधि आधारित व सतत समग्र मूल्यांकन प्रणाली
डॉ. संजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत की उच्च शिक्षा प्रणाली को अधिक लचीला, शोध आधारित और बहु-विषयी बनाती है। यह नीति छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए नई संभावनाएं लेकर आई है।
सभी विषयों के प्राध्यापकों की सक्रिय भागीदारी
इस कार्यशाला में कॉलेज के विभिन्न विभागों के शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने अनुभव भी साझा किए। प्रतिभागियों में डॉ. अजय शंकर पाण्डेय, डॉ. शालिनी दुबे, डॉ. आर.एन. तिवारी, डॉ. एस.पी. सिंह, डॉ. गायत्री मिश्रा, डॉ. संजय मिश्रा, डॉ. कल्पना त्रिपाठी सहित कई वरिष्ठ प्राध्यापक शामिल रहे।
कार्यशाला के पहले दिन के समापन सत्र में शिक्षकों ने इस पहल को शिक्षा की गुणवत्ता सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।