आगरा-मुंबई हाइवे का गणेश घाट छह महीने में हो गया जर्जर
आगरा-मुंबई नेशनल हाइवे के गणेश घाट खंड बनने के कुछ महीनों में ही जर्जर हालत में आ गया है। इसका निर्माण महीने भर पहले किया गया था। महज नौ किमी बने गणेश घाट को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि क्या गड्ढों की कीमत अब 109 करोड़ हो गई है।

आगरा-मुंबई नेशनल हाइवे के गणेश घाट खंड बनने के कुछ महीनों में ही जर्जर हालत में आ गया है। इसका निर्माण महीने भर पहले किया गया था। महज नौ किमी बने गणेश घाट को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि क्या गड्ढों की कीमत अब 109 करोड़ हो गई है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को मामले की जांच कराने के लिए पत्र लिखा है।
पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग के इंदौर-खलघाट खंड पर स्थित गणेश घाट के री-अलाइनमेंट हिस्से की अत्यंत चिंताजनक और जर्जर स्थिति है। इस खंड का निर्माण कार्य नवंबर 24 में 109 करोड़ रुपए की लागत से पूरा हुआ था। इसकी लंबाई 8.8 किमी तथा चैड़ाई 10.3 मीटर है और अब महज 6 इंच बारिश में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस पर सैकड़ों गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिनमें से कई इतने बड़े हैं कि पूरी कार समा सकती है।
पटवारी ने कहा कि मार्ग के एक हिस्से का निर्माण छह माह पहले 109 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था, लेकिन यह हिस्सा पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि घटिया सामग्री और लापरवाही के कारण यह राजमार्ग जल्दी खराब हुआ, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने बताया है कि इस नए अलाइनमेंट पर प्रतिदिन 25 से 30 हजार वाहनों का एकतरफा ट्रैफिक रहता है, और इन गड्ढों के कारण वाहनों को इस 8.8 किमी के खंड को पार करने में 30 से 45 मिनट का अतिरिक्त समय लग रहा है। उन्होंने आगे कहा कि निर्माण कंपनी को 5 साल तक इसका रखरखाव करना है, लेकिन रखरखाव के तहत किए गए पैचवर्क की गुणवत्ता भी सवालों के घेरे में है। यह स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला प्रतीत होता है, जहां जनता के करोड़ों रुपए खराब गुणवत्ता वाले निर्माण पर व्यय कर दिए गए हैं।