रीवा: सड़क न होने से बीमार बुजुर्ग को ठेले पर ले जाना पड़ा, मदरो गांव की बदहाली उजागर

रीवा जिले के त्योंथर तहसील अंतर्गत मदरो गांव में बुनियादी सुविधाओं के अभाव ने एक बार फिर सिस्टम की पोल खोल दी है। 65 वर्षीय पार्वती सिंह की गंभीर तबीयत के बावजूद गांव की जर्जर और दलदली सड़कों के कारण परिजनों को उन्हें ठेले पर लिटाकर अस्पताल ले जाना पड़ा। करीब एक किलोमीटर तक कीचड़ भरे रास्ते से संघर्ष कर परिवार उन्हें मुख्य सड़क तक लाया।

रीवा: सड़क न होने से बीमार बुजुर्ग को ठेले पर ले जाना पड़ा, मदरो गांव की बदहाली उजागर

रीवा । जिले के त्योंथर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत मदरो की बदहाली एक बार फिर सामने आई है। यहां बुनियादी सुविधाओं के अभाव ने एक बीमार बुजुर्ग महिला के जीवन को संकट में डाल दिया। सड़क न होने के कारण परिजनों को उन्हें ठेले पर लिटाकर कीचड़ और दलदल से गुज़ारते हुए अस्पताल तक पहुंचाना पड़ा।

गांव की 65 वर्षीय पार्वती सिंह की तबीयत दो दिन से गंभीर बनी हुई थी। स्थिति बिगड़ती देख परिजनों ने उन्हें अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन गांव की जर्जर और दलदली सड़कों के कारण कोई भी वाहन गांव तक नहीं पहुंच सका। मजबूरी में हाथ ठेले का सहारा लेना पड़ा।

परिजनों ने करीब एक किलोमीटर तक कीचड़ भरे रास्ते से ठेले को धकेलकर मुख्य सड़क तक पहुँचाया। परिवार ने बताया कि महिला की हालत गंभीर थी, लेकिन सड़क न होने के कारण उन्हें दो घंटे तक संघर्ष करना पड़ा।

बरसात में गांव कट जाता है मुख्यधारा से

स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में मदरो गांव मुख्य मार्ग से कट जाता है। गांव के भीतर साइकिल तक चलाना मुश्किल हो जाता है, ऐसे में एंबुलेंस या ट्रैक्टर की उम्मीद करना बेमानी है। कई बार मरीजों को चारपाई या ठेले से ही बाहर ले जाना पड़ता है।

सीएम हेल्पलाइन में की थी शिकायत, उल्टे धमकी मिली

गांव के ही दीपक सिंह ने बताया कि उन्होंने सड़क निर्माण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन कुछ ही दिनों में शिकायत यह कहकर बंद कर दी गई कि सड़क स्वीकृत नहीं है। दीपक का आरोप है कि शिकायत करने के बाद पंचायत के लोगों ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया।