1650 बोरी यूरिया रातों-रात गायब, खाली हाथ लौट रहे किसान

डबल लॉक सेंटर्स और सेवा सहकारी समितियों पर किसानों की भारी भीड़ जुटी है, लेकिन खाद नहीं मिल रही। बीती रात आई 1650 बोरी यूरिया सुबह तक गोदाम से गायब हो गई, जिससे किसान हैरान हैं। किसानों का आरोप है कि यूरिया की यह खेप प्राइवेट दुकानदारों को भेज दी गई है।

1650 बोरी यूरिया रातों-रात गायब, खाली हाथ लौट रहे किसान

रीवा। रबी सीजन के बीच खाद की किल्लत ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। जिले के विभिन्न डबल लॉक सेंटर्स और सेवा सहकारी समितियों के बाहर पिछले दो दिनों से सैकड़ों किसान खाद के इंतजार में डटे हुए हैं। बता दे बीती रात 1650 बोरी यूरिया गोदाम में आई थी, लेकिन सुबह होते-होते खाद गायब हो गई।

किसान हैरान हैं कि इतनी बड़ी मात्रा में खाद कहां गई और किसे दी गई। लाइन में लगे कई किसानों ने आरोप लगाया कि यूरिया की यह खेप सीधे प्राइवेट दुकानदारों को भेज दी गई है, जिससे गोदामों पर पहुंचे पंजीकृत किसान खाली हाथ लौट रहे हैं।

करहिया मंडी सहित अन्य केंद्रों पर भारी भीड़ के बावजूद खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है। किसानों का कहना है कि वे भूख-प्यास सहकर भी घंटों लाइन में लगे हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रही। किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव स्तर की सेवा सहकारी समितियों में भी तत्काल खाद उपलब्ध कराई जाए। 

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अधिकतर समितियों में स्टॉक खत्म होने के चलते उन्हें मजबूरी में डबल लॉक सेंटर तक आना पड़ रहा है, जहां भारी भीड़ और अव्यवस्था से जूझना पड़ता है।

किसान नेता बोले- हालात नहीं सुधरे तो बढ़ेगा आक्रोश

किसान नेता सुव्रतमर्माण त्रिपाठी ने कहा, प्रशासन को सिर्फ डबल लॉक सेंटर्स नहीं, सभी समितियों में खाद उपलब्ध करानी चाहिए। इस समय खाद की बेहद जरूरत है। अगर किसानों को समय पर खाद नहीं मिली तो आक्रोश और भी बढ़ेगा।