पेट लवर्स और कोर्ट के फैसले के बीच विवाद! हर साल कितने रेबीज के मामले और मौतें?
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-NCR में आवारा कुत्तों को शेल्टर होम में शिफ्ट करने का आदेश दिया है ताकि बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और रेबीज के खतरे को रोका जा सके। इस फैसले का पेट लवर्स और कुछ बॉलीवुड सेलिब्रिटी विरोध कर रहे हैं, जबकि कई लोग इसे सही कदम मानते हैं।

11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों के आतंक को देखते हुए उन्हें शेल्टर होम्स में शिफ्ट करने का फैसल सुनाया है. ऐसे में कई पेट लवर्स इस आदेश का विरोध कर रहे है. जिनमे कुछ बॉलीवुड सेलिब्रिटज भी शामिल है. वही कुछ लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ख़ुशी जताई।
नमस्कार आप देख रहे है पब्लिक वाणी और आज हम बात करेंगे देश भर में बढ़ रहे कुत्तों के आतंक के बारें में. वीडियो में हम जानेगे की क्या सुप्रीम कोर्ट का ये फैसल सही है? पर उससे पहले देश भर में कुत्तों के काटने के वजह से होने वाली मौतों के आंकड़ों पर नजर डाल लेते है.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, हर साल 50,000 से ज्यादा लोग रेबीज बीमारी से मर जाते हैं. बात करें भारत की तो साल 2018 में मेडिकल जर्नल लैंसेट ने एक रिपोर्ट छापी थी जिसमे दावा किया गया था की भारत में हर साल 20,000 लोग रेबीज की वजह से मारे जाते है. रिपोर्ट्स के अनुसार साल 2024 में, देश में 37 लाख से ज्यादा मामले कुत्तों के काटने के सामने आये. लोकसभा में सरकार ने बताया की भारत में हर साल 5,700 लोग रेबीज से मरते हैं.
स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय ने पिछले साल संसद में एक सवाल का जवाब देते हुए बताया की साल 2019 में 72 लाख 77 हजार 523, साल 2020 में कुल 46 लाख 33 हजार 493, साल 2021 में कुल 1701133 और साल 2022, 14 लाख 50 हजार 666 कुत्तों के काटने के मामले रिपोर्ट हुए.
साल 2024 में कुत्ते के काटने के कुल 3717336 मामले सामने आए. जिनमे से 2195122 मामले रूरल एरिया से आए थे. इन हमलों में कई लोगों ने अपनी जान भी गंवाई है. रिपोर्ट्स के अनुसार ये हमले अक्सर आवारा और पालतू कुत्तों द्वारा किये जाते हैं. इसके साथ ही इन हमलों के शिकार, बच्चे, बुजुर्ग और जवान तीनों हुए हैं.
तो जैसा की आपने देखा की हर साल कई लोग रेबीज से प्रभावित होते है ऐसे में सवाल है की क्या सुप्रीम कोर्ट का फैसला सही है.
कुछ लोगों का मानना है की ये फैसल सही है इससे कुत्तों के द्वारा किये जाने वाले हमलों में कमी आएगी, वही पेट लवर्स का मानना है की यह गलत है. सरकार को उनसे उनकी आजादी नहीं छीननी चाहिए, शेल्टर होम्स में उन्हें सही से रखा नहीं जायेगा जिससे स्थति और बिगड़ सकती है, सरकार को कुत्तों की नसबंदी को लेकर सही से काम करना चाहिए और इस तरह उन्हें बाहरी जिंदगी से वंचित नहीं करना चाहिए। इसे लेकर कई बॉइललीवूड सेलब्रिटिस ने भी सोशल मीडिया के थ्रू आवाज उठायी है।
हालांकि अभी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई ने मामले पर पुनर्विचार करने का आश्वासन दिया है, जिससे पेट लवर्स में थोड़ी शांति है. खैर आपकी इस फैसले पर क्या राय है हमें कमेंट सेक्शन में जरुरु बताएं और ऐसे ही एक्सप्लेनेर्स के लिए देखते रहिये पब्लिक वाणी।