रीवा बना पहला EV नगर निगम! प्रशासनिक कामों में शुरू हुई इलेक्ट्रिक वाहन सेवा

रीवा नगर निगम ने 10 अक्टूबर से प्रशासनिक कार्यों में इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग शुरू कर प्रदेश में पहला ऐसा निकाय बनने का गौरव प्राप्त किया है। महापौर अजय मिश्रा, अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय और आयुक्त डॉ. सौरभ सोनवणे की उपस्थिति में 16 ईवी वाहनों को हरी झंडी दिखाई गई।

रीवा बना पहला EV नगर निगम! प्रशासनिक कामों में शुरू हुई इलेक्ट्रिक वाहन सेवा

 नगर निगम रीवा ने एक विशेष पहल करते हुए आज से एक नया अध्याय शुरू किया। निगम रीवा ने हरी झंडी दिखाकर इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) सेवा का शुभारंभ किया। स्वच्छ और हरित परिवहन की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, नगर निगम रीवा ने 10 अक्टूबर से इलेक्ट्रिक वाहनों का संचालन प्रारंभ किया है।

महापौर श्री अजय मिश्रा ‘बाबा’, निगम अध्यक्ष श्री व्यंकटेश पाण्डेय एवं निगम आयुक्त डॉ. सौरभ सोनवणे की उपस्थिति में निगम में कार्यरत कार्यालय सहायक श्री रामशिरोमणि सेन को हरी झंडी दिखाने का अवसर प्रदान किया गया, जिसके साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों का संचालन प्रारंभ हुआ।

निगम ने नए टेंडर के माध्यम से कुल 16 इलेक्ट्रिक वाहनों को किराए पर लिया है, जो विभिन्न शाखाओं एवं विभागों में उपयोग किए जाएंगे। विशेष बात यह है कि प्रदेशभर में रीवा नगर निगम पहला निगम बना है, जिसने अपने नियमित प्रशासनिक कार्यों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग प्रारंभ किया है।

महापौर श्री अजय मिश्रा ने कहा कि रीवा नगर निगम सदैव नवाचार और पर्यावरण संरक्षण के लिए अग्रसर रहा है।

उन्होंने बताया कि 6 अक्टूबर को भोपाल में हुई बैठक में, जिसमें माननीय मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, एसीएस, नगरीय प्रशासन विभाग के आयुक्त और सहित प्रदेश के सभी 16 नगर निगमों के महापौर उपस्थित थे, उसी दौरान मैंने कहा थी कि रीवा नगर निगम 10 अक्टूबर से एक नया नवाचार करेगा।

आज उस वादे को पूरा करते हुए रीवा नगर निगम ने मध्यप्रदेश का पहला नगर निगम बनने का गौरव प्राप्त किया है, जिसने अपने अधिकारियों, जोन प्रभारियों, राजस्व, और स्वास्थ्य शाखा को इलेक्ट्रिक वाहन उपलब्ध कराए हैं। मध्यप्रदेश में यह पहला विभाग है जो ये नवाचार किया है और यह अन्य विभागों के लिए भी नवाचार अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।

उन्होंने ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों की शुरुआत हमारे शहर को स्वच्छ, सुंदर और आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। निगम रीवा ने आत्मनिर्भर निकाय बनने और नवाचार को अपनाने में सदैव अग्रणी भूमिका निभाई है, जो अन्य नगरीय निकायों एवं विभागों के लिए उदाहरण सिद्ध होगी।

उन्होंने कहा कि चाहे ऊर्जा ऑडिट हो या EV वाहनों का प्रयोग निगम आत्मनिर्भरता की दिशा में निरंतर प्रयासरत रहेगा। निगम अध्यक्ष श्री व्यंकटेश पाण्डेय ने कहा कि यह पहल न केवल ऊर्जा की बचत करेगी, बल्कि क्लीन और ग्रीन रीवा की परिकल्पना को साकार करने में भी सहायक सिद्ध होगी।

आने वाले समय में इस व्यवस्था का और अधिक विस्तार किया जाएगा। निगम द्वारा जल्द ही चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ की जाएगी। निगम आयुक्त डॉ. सौरभ सोनवणे ने कहा कि नगर निगम रीवा द्वारा ईवी वाहनों का उपयोग प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और कार्बन फुटप्रिंट घटाने के उद्देश्य से किया गया है।

प्रदेशभर में यह पहला निकाय जो यह व्यवस्था लागू की है। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले वर्ष ग्रीन टेक्नोलॉजी निगम की अधिकांश गतिविधियाँ ग्रीन टेक्नोलॉजी पर आधारित हों। इस पहल से न केवल परिचालन व्यय में कमी आएगी, बल्कि प्रदूषण नियंत्रण एवं पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।

साथ ही, पीपीपी मोड में चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे, जिससे ईवी वाहनों का उपयोग शहर में और अधिक प्रोत्साहित हो सके। उल्लेखनीय है कि जहाँ पहले डीजल वाहनों से निगम पर लगभग लगभग रू. 38 लाख का वार्षिक व्यय होता था, वहीं ईवी वाहनों के उपयोग से यह व्यय घटकर लगभग रू. 27 लाख रह जाएगा जो कि सीधे तौर पर लगभग 30 प्रतिशत की बचत है।