MP में कप सिरप से अब तक नौ की मौत, NSUI ने की स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग
देश में एक बार फिर जहरीली दवाई बच्चों की मौत का कारण बन रही है. हाल ही में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां, कफ सिरप पीने से मासूमों की मौत हो गई.

देश में एक बार फिर जहरीली दवाई बच्चों की मौत का कारण बन रही है. हाल ही में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां, कफ सिरप पीने से मासूमों की मौत हो गई. मध्यप्रदेश और राजस्थान की बात करें तो अब तक कुल 11 बच्चों की मौत हुई है. जिसमे से अकेले मध्य प्रदेश के 9 मामले हैं.
हालांकि इन मामलों के बाद मध्य प्रदेश में Coldrif कफ सिरफ को बैन कर दिया गया है. और दवा कंपनी श्री सन फार्मास्यूटिकल्स ओर छिंदवाड़ा जिले के परासिया में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रवीण सोनी को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सख्त निर्देश के बाद तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
बता दें कि तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित Sresan Pharma की यूनिट से लिए गए Coldrif कफ सिरप के सैंपल में DEG की मात्रा तय सीमा से अधिक पाई गई. इसके बाद तमिलनाडु सरकार ने इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगाकर स्टॉक हटाने और उत्पादन रोकने का तुरंत आदेश दिया है. मध्य प्रदेश सरकार ने भी राज्यभर में Coldrif की बिक्री पर रोक लगा दी है.
खैर इस मामले को लेकर अब मध्य प्रदेश में राजनीति भी शुरू हो गई है. एमपी कांग्रेस ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला के इस्तीफे की मांग की है. दरअसल छिंदवाड़ा में कफ सिरप से हुई बच्चों की मौत कांग्रेस और NSUI ने कांग्रेस कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने कहा कि सरकार को जवाब देना होगा मामले की जांच रिपोर्ट में देरी क्यों हो रही है.