पुलिस बल की कमी के चलते पुलिस चौकी बीरपुर में लटकता है ताला
तराई अंचल के पुलिस थानो में नहीं हुई पर्याप्त पदस्थापना, आधे से ज्यादा पद खाली

राजेंद्र पयासी-मऊगंज
रीवा जिले के तराई अंचल उत्तर प्रदेश सीमा से लगा पुलिस अनुभाग डभौरा पुलिस बल की भारी कमी से जूझ रहा है। पुलिस अनुभाग डभौरा अंतर्गत आने वाले पुलिस थाना जवा, पनवार, अतरैला एवं डभौरा मे पुलिस बल की भारी कमी है वहीं शासन द्वारा स्वीकृति आरक्षक प्रधान आरक्षक सहायक उपनिरीक्षक वाहन चालक कंम्पयूटर आपरेटर के आधे से अधिक पद खाली पड़े हुए हैं। आलम यह है कि एक ओर थानो मे पुलिस बल की कमी के चलते विभागीय कार्य प्रभावित होता है वही बढते अपराध नशाखोरी चोरी लूट सहित अन्य अपराधिक घटनाओं का खुलासा तक नही हो पाता है जिसका खामियाजा आम जनमानस को भुगतना पड़ रहा है।
ज्ञात हो कि पुलिस अनुभाग डभौरा अंतर्गत आने वाले पुलिस थाना जवा में स्वीकृत 20 पदों में सहायक उपनिरीक्षक के 2 पद, प्रधान आरक्षक के 3 पद,आरक्षक के 6 पद, खाली पड़े हुए हैं, पुलिस थाना अतरैला में सहायक उपनिरीक्षक के 1, प्रधान आरक्षक के 3 पद, आरक्षक के 5 पद खाली पड़े हुए हैं, पुलिस थाना पनवार में सहायक उपनिरीक्षक के 2 पद, प्रधान आरक्षक 3 पद, आरक्षक केज्ञ7 पद खाली पड़े हुए हैं, पुलिस थाना डभौरा में सहायक उपनिरीक्षक 1, प्रधान आरक्षक 3,आरक्षक 5 पद खाली पड़े हैं, पनवार थाना अंतर्गत पुलिस चौकी बीरपुर में सहायक उपनिरीक्षक 1पद, प्रधान आरक्षक 1पद, आरक्षक के 6 पद खाली होने से पुलिस चौकी बीरपुर में ताला बंदी की स्थिति में है जिसके चलते चौकी बीरपुर का संचालन लगभग बंद पड़ा हुआ है।
इसी तरह अतरैला थाना अंतर्गत पटेहरा एवं डभौरा थाना अंतर्गत हड़हाई चौकी में भी पुलिस बल की भारी कमी के चलते पुलिस गश्त सहित समस्त विभागीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं। वहीं पहुंच वाले पुलिस बल अपने राजनीतिक ऊंची पकड़ एवं पैसे के दम पर मनचाहे शहर एवं नेशनल हाईवे के थानो में अपनी पदस्थापना करवा लेते हैं जिसका खामियाजा ग्रामीण में स्थित थाना प्रभारियों को भुगतना पड़ता है।आम ग्रामीणों ने आइजी रीवा एवं पुलिस अधीक्षक रीवा से तराई अंचल को उत्तर प्रदेश सीमा से लगे ग्रामीण थाना क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल पदस्थापना किये जाने की मांग की है।