बुनियादी सुविधाओं के बिना जीवन:बालाघाट के ग्रामीणों की कलेक्टर से गुहार
बालाघाट के कोसमी वार्ड 11 में बिजली न होने के कारण बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे, सुरक्षा संकट है और परिवारों को मूलभूत सुविधाएँ भी नहीं मिल रही हैं।
बालाघाट: आधुनिक तकनीक और विकास के इस दौर में बालाघाट के लोग पिछले दो दशकों से बिना बिजली,पानी के जिंदगी गुजारने को मजबूर हैं। जिले के ग्राम पंचायत कोसमी के वार्ड क्रमांक 11 के वार्डवासी और बच्चें जिला मुख्यालय पहुंचे और कलेक्टर की जनसुनवाई में अपनी गंभीर समस्याओं को लेकर शिकायत दर्ज कराई।

बालाघाट में 20 साल से अंधेरे में जीवन
कोसमी के वार्ड क्रमांक11 में पुरानी लाईन क्षेत्र के ऊपर लगभग 35 से 40 गरीब परिवार झोपड़ी नुमा घर बनाकर निवास कर रहे हैं, जिनकी कुल जनसंख्या लगभग 150 से अधिक है। ग्रामीणों के बताया की 15 से 20 साल से हम वहां रह रहें हैं लेकिन बिजली पानी और भी जरूरी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं
न बिजली, न शौचालय, न सुरक्षा
ग्रामीणों ने वर्षों से बिजली, पानी, राशन और आवास जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग की, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं हुई। बच्चे शाम होते ही अंधेरे में पढ़ाई करते हैं। बरसात में जीव-जंतु और रात में चोरी का खतरा बना रहता है। झोपड़ियों में बिजली न होने के कारण शौचालय नहीं हैं और रात में बाहर निकलना भी मुश्किल है।
बिजली पोल और कनेक्शन की मांग
ग्रामीणों ने जनसुनवाई में कलेक्टर से कहा की उनके क्षेत्र में बिजली के पोल ही मौजूद नहीं हैं, जिसके कारण विद्युत आपूर्ति संभव नहीं हो पाती। उन्होंने कलेक्टर से मांग की कि तत्काल संबंधित विभाग को निर्देशित कर वार्ड 11 में बिजली पोल लगाए जाएं और सभी पात्र परिवारों को विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएं।
sanjay patidar 
